रायपुर: 'राज्य सरकार की ओर से दो मंत्रियों को बयान के लिए अधिकृत किया जाना कहीं ना कहीं ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के मामले को लेकर भूपेश सरकार द्वारा लिया गया फैसला हो सकता है.' यह कहना है पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का. बृजमोहन अग्रवाल ने ETV भारत की खास बातचीत के दौरान कहा कि 'मैं बहुत दिनों से लगातार कह रहा हूं की सरकार के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा है.' घोषणा पत्रों में किए गए सारे वादों को पूरा करना सरकार ओर मंत्रियों की सामूहिक जिम्मेदारी होती है. आज सरकार ने अपनी असफलताओ के कारण बाकी मंत्रियों की जुबान बंद करने के लिए प्रवक्ताओं की नियुक्ति की है.
बृजमोहन अग्रवाल से सरकार के ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से ढाई-ढाई साल के मामले को लेकर ही इस तरह का कदम उठाया गया है. उन्होंने कहा कि समय कम है और टीएस बाबा भी इसी के मद्देनजर आए दिन बयान दे रहे हैं. सरकार प्रवक्ताओं की नियुक्ति कर बाकी के मंत्रियों की भी जुबान बंद करने की कोशिश कर रही है.
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युवाओं में निराशा: बृजमोहन
सीएम हाउस के सामने हरदेव सिन्हा के द्वारा आत्मदाह की कोशिश करने के मामले को लेकर बृजमोहन ने कहा कि डेढ़ साल में ही प्रदेश के युवा सरकार से निराश हो चुके हैं और इस निराशा के कारण ही वे आज इस तरह का आत्मघाती कदम उठा रहे हैं. इस घटना से साफ है कि सरकार के प्रति नौजवानों में निराशा व्याप्त है. वहीं सरकार के द्वारा हरदेव को मानसिक रोगी बताए जाने के सवाल पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार इस पूरे मामले को दबाने के लिए इस तरह के बयान दे रही है. सरकार के पास ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि हरदेव मानसिक रोगी था. सरकार जबरदस्ती अपनी खामियों और कमजोरियों को छिपाने के लिए हरदेव को मानसिक रोगी बता रही है.
जवाब देने की बारी कांग्रेस की: बृजमोहन
बता दें कि रमन सरकार ने भी किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की बात कही थी. लेकिन रमन सरकार भी अपने किए वादे को पूरा करने में असफल रही. इसपर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि 'जवाब देने की बारी कांग्रेस सरकार की है और हम विपक्ष में हैं. हमने जो किया उसका परिणाम जनता ने हमें दे दियार है अब कांग्रेस को अपना वादा पूरा करना है.'