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रायपुर: राज्य स्तरीय फेक न्यूज नियंत्रण और विशेष मॉनिटरिंग सेल की बैठक - छापा की गलत खबर

राजधानी में राज्य स्तरीय फेक न्यूज नियंत्रण और विशेष मॉनिटरिंग सेल की बैठक गुरुवार को हुई है. इस बैठक में फेक न्यूज पर विस्तार से चर्चा की गई और कुछ दिनों से प्रदेश में चल रहे भ्रमक खबर फैलाने वालों की सूची तैयार की गई.

State Level Fake News Control and Special Care Cell
रायपुर में बैठक
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Published : Mar 6, 2020, 11:57 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन की ओर से गठित राज्य स्तरीय फेक न्यूज नियंत्रण और विशेष मॉनिटरिंग सेल की बैठक गुरुवार को हुई. इस बैठक में कुछ दिनों से तेजी से प्रचारित-प्रसारित की जा रही फेक न्यूज को संज्ञान में लेकर कुछ फेक खबरों को व्यापक जनहित में अहितकारी मानते हुए उसकी सूची जारी की गई.

ऐसी खबरों के प्रकाशन, प्रसारण, अग्रेषण आदि से बचने के लिए चेतावनी जारी की गई है.

पुलिस महानिरीक्षक ने की बैठक की अध्यक्षता

इस बैठक की अध्यक्षता पुलिस महानिरीक्षक आनंद छाबड़ा ने की. बैठक में सदस्य के रूप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख, जिला शासकीय अधिवक्ता के के शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार रश्मि मिश्रा और आवेश तिवारी के साथ संयुक्त सचिव, सचिव और सदस्य उपस्थित थे.

बैठक में कई आपत्तिजनक समाचारों पर विस्तार से चर्चा की गई

  • मॉनिटरिंग सेल ने पाया कि NRC की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में स्टेट रजिस्टर ऑफ जर्नलिस्ट.
  • छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस प्रभावितों को लेकर अतिश्योक्तिपूर्ण दावे.
  • आयकर छापों को लेकर अतिश्योक्तिपूर्ण तथा तथ्यहीन समाचार.
  • मुख्यमंत्री की उपसचिव के भूमिगत होने की खबर.
  • मुख्यमंत्री की उपसचिव निवास से 100 करोड़ नगद बरामदगी की फर्जी खबर.
  • कोल घोटाले में पूर्व मुख्य सचिव का हाथ जैसी खबरें.

मॉनीटरिंग सेल ने ऐसी खबरें जारी करने और अग्रेषित करने वाले, व्हाट्सएप समूह के एडमिन, मीडिया हाउस के संचालक और संपादकों की भूमिका के संबंध में पूरी जानकारी इकट्ठा करने का निर्णय लिया है.

बता दें कि विगत दिनों पहले प्रदेश में आयकर विभाग के छापे से प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी. मीडिया और सोशल मीडिया में अफवाहें उड़ी थी कि, मुख्यमंत्री के उपसचिव के यहां आयकर विभाग ने 100 करोड़ रूपये नगद बरामद किए गए हैं.

रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन की ओर से गठित राज्य स्तरीय फेक न्यूज नियंत्रण और विशेष मॉनिटरिंग सेल की बैठक गुरुवार को हुई. इस बैठक में कुछ दिनों से तेजी से प्रचारित-प्रसारित की जा रही फेक न्यूज को संज्ञान में लेकर कुछ फेक खबरों को व्यापक जनहित में अहितकारी मानते हुए उसकी सूची जारी की गई.

ऐसी खबरों के प्रकाशन, प्रसारण, अग्रेषण आदि से बचने के लिए चेतावनी जारी की गई है.

पुलिस महानिरीक्षक ने की बैठक की अध्यक्षता

इस बैठक की अध्यक्षता पुलिस महानिरीक्षक आनंद छाबड़ा ने की. बैठक में सदस्य के रूप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख, जिला शासकीय अधिवक्ता के के शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार रश्मि मिश्रा और आवेश तिवारी के साथ संयुक्त सचिव, सचिव और सदस्य उपस्थित थे.

बैठक में कई आपत्तिजनक समाचारों पर विस्तार से चर्चा की गई

  • मॉनिटरिंग सेल ने पाया कि NRC की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में स्टेट रजिस्टर ऑफ जर्नलिस्ट.
  • छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस प्रभावितों को लेकर अतिश्योक्तिपूर्ण दावे.
  • आयकर छापों को लेकर अतिश्योक्तिपूर्ण तथा तथ्यहीन समाचार.
  • मुख्यमंत्री की उपसचिव के भूमिगत होने की खबर.
  • मुख्यमंत्री की उपसचिव निवास से 100 करोड़ नगद बरामदगी की फर्जी खबर.
  • कोल घोटाले में पूर्व मुख्य सचिव का हाथ जैसी खबरें.

मॉनीटरिंग सेल ने ऐसी खबरें जारी करने और अग्रेषित करने वाले, व्हाट्सएप समूह के एडमिन, मीडिया हाउस के संचालक और संपादकों की भूमिका के संबंध में पूरी जानकारी इकट्ठा करने का निर्णय लिया है.

बता दें कि विगत दिनों पहले प्रदेश में आयकर विभाग के छापे से प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी. मीडिया और सोशल मीडिया में अफवाहें उड़ी थी कि, मुख्यमंत्री के उपसचिव के यहां आयकर विभाग ने 100 करोड़ रूपये नगद बरामद किए गए हैं.

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