रायपुर: हिंदू धर्म में माता को धन की देवी कहा जाता है. माता की कृपा पाने के लिए शुक्रवार के दिन विशेष पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार का दिन खास होता है. आइए जानते हैं कि शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा किस विधि से की जाती है और इसके नियम क्या हैं.
लाल रंग के कपड़े पहनकर करें माता की पूजा अर्चना: मान्यता के अनुसार शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना का विधान है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए सुबह नित्यकर्म से निवृत होकर स्नान किया जाता है. इसके बाद लाल रंग के कपड़े पहनकर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. पूजा के दौरान मां लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर को लाल रंग का तिलक लगाया जाता है. साथ ही माता को लाल रंग का फूल चढ़ाया जाता है. इसके बाद मां लक्ष्मी को धूप-दीप दिखाया जाता है.
लाल चुनरी और सिंदूर करते हैं अर्पित: मां लक्ष्मी को लाल बिंदी, लाल चुनरी, सिंदूर और चूड़ियां अर्पित की जाती हैं. मां लक्ष्मी को चावल के खीर का भोग लगाया जाता है. चावल की पोटली बनाकर उसे हाथ में लेकर मां लक्ष्मी के मंत्र "ओम् श्रीं श्रीये नम:" का 108 बार जाप किया जाता है. अंत में शुक्रवार व्रत कथा का पाठ करके मां लक्ष्मी की आरती की जाती है.
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चावल के खीर का लगाएं भोग: मान्यता है कि शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा में उन्हें मीठी चीजों का भोग लगाया जाता है. शुक्रवार के व्रत की पूजा में मां लक्ष्मी को चावल, दूध और मेवे से खीर बनाकर अर्पित करना अच्छा माना जाता है. इसके अलावा शाम की पूजा में भी मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाया जाता है. साथ ही रात में खाने के समय घर के सभी सदस्यों के साथ प्रसाद रूपी खीर को ग्रहण किया जाता है.