रायपुर: अक्सर तबीयत खराब होने पर हम दवाइयां लेने लगते हैं, जिनके कारण हमें थोड़ी देर के लिए राहत तो मिल जाती है. उसके बाद आगे चलकर हमारी आदत लत में बदल जाती है. यह लत किसी भी दवाइयों के इस्तेमाल करने से होती है. आज के दौर में ऐसे कई लोग हैं, जो नशे के लिए दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं. ज्यादातर युवा नशे के आदी होते हैं और नशे की वजह से वे दवाइयों के जरिए वे अपने नशे की लत को पूरा करते हैं.
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सुरभी दुबे ने बताया कि नशा किसी भी दवाइयों के लंबे इस्तेमाल करने से होता है. जिसे छोड़ने से हमारे शरीर में कई तरह के विड्रोल सिम्टम्स आते हैं, जैसे हम किसी भी दवाई या किसी भी नशीली पदार्थ के सेवन के लंबे समय से कर रहे हैं और अगर वह अचानक हमें न मिलने लगे तो हमारे शरीर में उसको लेकर बदलाव दिखने लगता है. जैसे हाथ पैर दर्द करना, पसीना आना, सिर चकराना, बीमार जैसा लगना, शरीर में एनर्जी की कमी लगना. जब वह नशीला पदार्थ ले लेता है तो उसे फिर से ठीक महसूस होने लगता है. डॉ. सुरभी दुबे बताती हैं, बाजारों में ऐसी कई दवाइयां मिल रही है, जिसका लगातार इस्तेमाल करने से नशे की लत लग जाती है. दुकान में ऐसी कई दवाइयां है, जिसका इस्तेमाल करने से नशे के रूप में कर रहे हैं.
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नशे की दवाईयों का डाटा मेंटेन होता है
रायपुर डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट्री एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कृपलानी बताते हैं कि जो भी दवाई आजकल नशे के लिए इस्तेमाल की जा रही है उनका विशेष रूप से डाटा मेंटेन करते हैं और उसका डाटा विभाग को भी भेजते हैं. बाजार में बहुत तरह की दवाई होती है, लेकिन सभी में ड्रग्स की मात्रा एकदम न के बराबर होती है, लेकिन कुछ ऐसी दवाएं हैं जो कि हैवी डोज के लिए इस्तेमाल की जाती है.
लगातार चलाया जा रहा है नशा मुक्ति अभियान
रायपुर पुलिस से नशीले पदार्थ के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है और इसका व्यापार कर रहे और इस्तेमाल कर रहे सभी लोगों को पकड़ कर कार्रवाई की जा रही है. 12 अक्टूबर की रात को तेलीबांधा थाना पुलिस ने अवैध रूप से कफ सिरप रखे हुए खम्हारडीह से दो आरोपियों जाफर अली और प्रदीप चीमनानी को गिरफ्तार भी किया है. रायपुर पुलिस का लगातार ड्रग्स के खिलाफ अभियान जारी है और पकड़े गए सभी आरोपियों से उनके नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जा रही है.