रायपुर: रक्षाबंधन का त्यौहार इस साल कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच में पड़ रहा है. रक्षाबंधन का त्यौहार श्रावण महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इसलिए इसे कई जगह राखी पूर्णिमा भी कहते हैं. इस बार के रक्षाबंधन में सर्वार्थसिद्धि और आयुष्मान दीर्घायु का संयोग भी बन रहा है. रक्षाबंधन का त्यौहार 3 अगस्त को मनाया जाएगा.
खास बात यह है कि इस दिन सावन का आखरी सोमवार भी है. इसके साथ ही 3 अगस्त को सावन की पूर्णिमा भी है. इस बार रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थसिद्धि और आयुष्मान दीर्घायु का संयोग भी बन रहा है. जिसकी वजह से इस बार का रक्षाबंधन बहुत ही शुभ रहने वाला है. राखी बांधने के समय भद्रा नहीं होनी चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि रावण की बहन ने उसे भद्रा काल में ही राखी बांधी थी. इसलिए रावण का विनाश हो गया.
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सुबह 9:28 से शुभ मुहूर्त
राखी बांधने के लिए मुहूर्त की बात की जाए तो राखी बांधने के लिए दिनभर मुहूर्त है. यह मुहूर्त सुबह 9:28 मिनट से शुरू होकर रात 9:27 मिनट तक रहेगा. रक्षाबंधन के दिन बहुत ही अच्छे ग्रह नक्षत्रों का संयोग बन रहा है. इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग होने के कारण सारी मनोकामनाएं पूरी होती है. इसके अलावा इस दिन आयुष्मान दीर्घायु संयोग भी है. यानी भाई-बहन दोनों की आयु लंबी हो जाएगी.
सालों बाद बना ऐसा संयोग
मकर राशि का स्वामी शनि और सूर्य आपस में समसप्तक योग बना रहे हैं. शनि और सूर्य दोनों आयु बढ़ाते हैं और इस तरह का संयोग कई सालों के बाद आया है. इस साल कोरोना संक्रमण की वजह से कई भाई-बहन रक्षाबंधन के त्यौहार पर मिल नहीं पाएंगे ऐसे में भाई बहन अलग रहते हुए भी यह त्यौहार मना सकते हैं.