रायपुर: राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने शुक्रवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति को प्रसारण माध्यम में प्रोत्साहित किए जाने की मांग की है. सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में छत्तीसगढ़ राज्य गीत 'अरपा पैरी के धार' से अपने भाषण की शुरुआत की. सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि जिस प्रकार पूरे विश्व में भारत माता का दर्जा दिया गया है. वैसे ही छत्तीसगढ़ को माता का दर्जा मिला हुआ है.
दाढ़ी-मूंछ बढ़ा लेने से नहीं बढ़ेगी देश की GDP: सांसद दीपक बैज
छत्तीसगढ़ी भाषा में टीवी प्रसारण की मांग
सदन में संतोष पांडेय ने कहा कि जिस प्रकार अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है. उसी प्रकार माता कौशल्या की जन्मभूमि छत्तीसगढ़ है. छत्तीसगढ़ को अपनी भाषा चाहिए. सरगुजा से बस्तर तक 2 करोड़ लोग छत्तीसगढ़ी बोली में बात करते हैं. छत्तीसगढ़ी भाषा में समाचार प्रसारित किया जाए.
उन्होंने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री से छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति को प्रोस्ताहित करने के लिए छत्तीसगढ़ी भाषा में प्रसारण माध्यम में प्रसारित किए जाने की मांग की है. जिस पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सदन में कहा कि भारतीय भाषाओं की सम्मान केंद्र सरकार की नीति है. उन्होंने कहा कि इसके बारे तत्काल क्या किया जा सकता है, इस पर विचार करेंगे, जल्द ही वे इस मांग को पूरा करने का प्रयास करेंगे.