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Raipur North Assembly Voters Talk : यदि आपने ये नहीं किया तो नकार देगी जनता,जानिए रायपुर उत्तर का हाल ? - Chhattisgarh Assembly Election 2023

Raipur North Assembly Voters Talk छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले ईटीवी भारत जनता का मन टटोल रहा है. छत्तीसगढ़ के विधानसभाओं में जाकर ईटीवी भारत स्थानीय जनता से उनका क्षेत्र के बारे में सवाल पूछ रहा है. ईटीवी भारत की टीम इसी कड़ी में पहुंची रायपुर उत्तर विधानसभा.आईए जानते हैं क्या है वोटर्स की मन की बात.Raipur Assembly Issues and problems

Raipur Assembly Issues and problems
रायपुर उत्तर में वोटर्स की मन की बात
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 21, 2023, 8:55 PM IST

यदि आपने ये नहीं किया तो नकार देगी जनता

रायपुर : छत्तीसगढ़ में अगले महीने चुनाव होने हैं.इससे पहले ईटीवी भारत की टीम रायपुर उत्तर विधानसभा पहुंची.जहां वोटर्स की बात के जरिए हमने जानने की कोशिश की आखिर आने वाले चुनाव में उनके मन में क्या चल रहा है.आखिर उत्तर की जनता किस तरह का जनप्रतिनिधि चाहती है. इस दौरान अधिकांश लोगों ने मूलभूत सुविधाएं बिजली, पानी और सड़क जैसी समस्या गिनाई. कुछ लोगों ने सड़कों की बदहाल स्थिति और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर सवाल उठाएं. उत्तर विधानसभा की आम जनता ने बताया कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि उनके घर में आकर वोट मांगते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद दोबारा जनप्रतिनिधि इस क्षेत्र में कभी नहीं आते. क्षेत्र की जनता मुलाकात करना चाहती है, तो जनप्रतिनिधि से मुलाकात भी नहीं हो पाती है.




आम जनता गड्ढों से है परेशान : उत्तर विधानसभा की विधि बरडिया के मुताबिक जिसको भी हम जनप्रतिनिधि चुनते हैं उनसे यही उम्मीद और आशा रखते हैं कि जो भी काम जनप्रतिनिधि क्षेत्र में शुरू करते हैं. उन कामों को उन्हें पूरा करे . लेकिन कई बार जनप्रतिनिधि काम को आधा अधूरा छोड़ देते हैं. जिसके कारण आम जनता को तकलीफें होती है. इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों को बेरोजगारी को कम करने की दिशा में भी काम करना चाहिए. इन दिनों पूरे रायपुर शहर में पाइप लाइन और अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिसिटी केबल की वजह से शहर में पूरी तरह से गड्ढे खोद दिए गए हैं, जिसकी वजह से भी लोगों को काफी दिक्कतें हो रही है.



सीएम हाउस के कारण सड़क होती है ब्लॉक : स्थानीय निवासी प्रवीण जैन ने बताया कि "जनप्रतिनिधि ऐसा हो जो पब्लिक की हर बात को सुने और उस पर अमल करें.उत्तर विधानसभा में सिविल लाइन का एरिया भी आता है. छत्तीसगढ़ बनने के बाद सिविल लाइन में मुख्यमंत्री का निवास बनाया गया. जब से मुख्यमंत्री निवास बना है. तब से एक सड़क को पूरी तरह से ब्लॉक करके रखा गया है. जब भी कोई घेराव या प्रदर्शन सीएम हाउस में होता है. उस दौरान कुछ दिन पहले ही बैरीकेडिंग लगाकर सभी रास्तों को बंद कर दिया जाता है. जिसका खामियाजा सिविल लाइन की जनता को भुगतना होता है."


कैसा जनप्रतिनिधि चाहिए ? : उत्तर विधानसभा के प्रशांत कटेला ने बताया कि "हमें ऐसा जनप्रतिनिधि चाहिए जो अपने कर्तव्य का पालन करते हुए जमीनी स्तर से जुड़कर काम करें. लोगों की समस्याओं को सुने. बिजली पानी सड़क जैसी समस्याएं लोगों को उपलब्ध कराए. उन्होंने यह भी कहा कि भले ही रायपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल गया है, लेकिन जिस तरह से पिछले कुछ महीने से शहर की सड़कों को केबलिंग और पाइपलाइन के लिए खोदा गया है, उससे धूल उड़ने के ही साथ ही पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है.''



उत्तर विधानसभा की रहने वाली हर्षिता ने बताया कि "ऊपर से सारी चीजें अच्छी दिखाई देती है. शहर की मेनरोड की सड़कें अच्छी होने के साथ ही लंबी चौड़ी होती है. लेकिन गली मोहल्ले या कॉलोनी में जाने वाली सड़क सकरी और छोटी है. जिसके कारण पिक टाइम में ट्रैवल करने में ट्रैफिक ज्यादा होता है. जिससे लोगों का समय बर्बाद होता है. ऐसे में कोई भी जनप्रतिनिधि को इस दिशा में भी पहल करनी चाहिए."




जनता की समस्या को गंभीरता से लेने वाला नेता चाहिए : उत्तर विधानसभा के सुशील अग्रवाल का कहना है कि "जनप्रतिनिधि या विधायक किसी भी पार्टी का हो लेकिन अपने विधानसभा क्षेत्र में समय-समय पर दौरा करें. लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लें.विधायक किसी भी पार्टी का हो लेकिन जनता की बात जरुर सुने.लेकिन जिस पार्टी की सरकार बनेगी अगर उसका विधायक होगा तो समस्याएं जल्दी सुलझेंगी.दूसरी पार्टी का विधायक या जनप्रतिनिधि होने से लोगों की बातों को टाल देते हैं, और गोल-गोल जवाब देकर निकल जाते हैं."



उत्तर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले अनुराग ने बताया कि "हमें ऐसा जनप्रतिनिधि चाहिए जो हमारे क्षेत्र में साफ सफाई और स्वच्छता का ध्यान रखें. लोगों की समस्याएं सुने जनप्रतिनिधियों द्वारा वादे को लेकर उन्होंने बताया कि चुनाव के समय सभी जनप्रतिनिधि एक ही तरह के वादे करते हैं, लेकिन यह वादे अधूरे रहते हैं."


वहीं महादेव बाघ का कहना है कि "इस क्षेत्र में जो भी प्रत्याशी आए चाहे वह कांग्रेस का हो या भारतीय जनता पार्टी का लेकिन मूलभूत सुविधा बिजली पानी और सड़क जैसी समस्याओं का समाधान करें. विधायक या जनप्रतिनिधि लोगों की बातों को सुने और उनकी समस्याओं का समाधान करें."

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कितनी है उत्तर विधानसभा में मतदाताओं की संख्या ? : रायपुर जिले के उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 17 हजार 707 है. जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 1 लाख 334 है. महिला मतदाता की संख्या 1 लाख 1 हजार 277 है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 96 है. 18 से 19 साल आयु वर्ग के नए मतदाता की संख्या 2730 है.

यदि आपने ये नहीं किया तो नकार देगी जनता

रायपुर : छत्तीसगढ़ में अगले महीने चुनाव होने हैं.इससे पहले ईटीवी भारत की टीम रायपुर उत्तर विधानसभा पहुंची.जहां वोटर्स की बात के जरिए हमने जानने की कोशिश की आखिर आने वाले चुनाव में उनके मन में क्या चल रहा है.आखिर उत्तर की जनता किस तरह का जनप्रतिनिधि चाहती है. इस दौरान अधिकांश लोगों ने मूलभूत सुविधाएं बिजली, पानी और सड़क जैसी समस्या गिनाई. कुछ लोगों ने सड़कों की बदहाल स्थिति और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर सवाल उठाएं. उत्तर विधानसभा की आम जनता ने बताया कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि उनके घर में आकर वोट मांगते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद दोबारा जनप्रतिनिधि इस क्षेत्र में कभी नहीं आते. क्षेत्र की जनता मुलाकात करना चाहती है, तो जनप्रतिनिधि से मुलाकात भी नहीं हो पाती है.




आम जनता गड्ढों से है परेशान : उत्तर विधानसभा की विधि बरडिया के मुताबिक जिसको भी हम जनप्रतिनिधि चुनते हैं उनसे यही उम्मीद और आशा रखते हैं कि जो भी काम जनप्रतिनिधि क्षेत्र में शुरू करते हैं. उन कामों को उन्हें पूरा करे . लेकिन कई बार जनप्रतिनिधि काम को आधा अधूरा छोड़ देते हैं. जिसके कारण आम जनता को तकलीफें होती है. इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों को बेरोजगारी को कम करने की दिशा में भी काम करना चाहिए. इन दिनों पूरे रायपुर शहर में पाइप लाइन और अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिसिटी केबल की वजह से शहर में पूरी तरह से गड्ढे खोद दिए गए हैं, जिसकी वजह से भी लोगों को काफी दिक्कतें हो रही है.



सीएम हाउस के कारण सड़क होती है ब्लॉक : स्थानीय निवासी प्रवीण जैन ने बताया कि "जनप्रतिनिधि ऐसा हो जो पब्लिक की हर बात को सुने और उस पर अमल करें.उत्तर विधानसभा में सिविल लाइन का एरिया भी आता है. छत्तीसगढ़ बनने के बाद सिविल लाइन में मुख्यमंत्री का निवास बनाया गया. जब से मुख्यमंत्री निवास बना है. तब से एक सड़क को पूरी तरह से ब्लॉक करके रखा गया है. जब भी कोई घेराव या प्रदर्शन सीएम हाउस में होता है. उस दौरान कुछ दिन पहले ही बैरीकेडिंग लगाकर सभी रास्तों को बंद कर दिया जाता है. जिसका खामियाजा सिविल लाइन की जनता को भुगतना होता है."


कैसा जनप्रतिनिधि चाहिए ? : उत्तर विधानसभा के प्रशांत कटेला ने बताया कि "हमें ऐसा जनप्रतिनिधि चाहिए जो अपने कर्तव्य का पालन करते हुए जमीनी स्तर से जुड़कर काम करें. लोगों की समस्याओं को सुने. बिजली पानी सड़क जैसी समस्याएं लोगों को उपलब्ध कराए. उन्होंने यह भी कहा कि भले ही रायपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल गया है, लेकिन जिस तरह से पिछले कुछ महीने से शहर की सड़कों को केबलिंग और पाइपलाइन के लिए खोदा गया है, उससे धूल उड़ने के ही साथ ही पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है.''



उत्तर विधानसभा की रहने वाली हर्षिता ने बताया कि "ऊपर से सारी चीजें अच्छी दिखाई देती है. शहर की मेनरोड की सड़कें अच्छी होने के साथ ही लंबी चौड़ी होती है. लेकिन गली मोहल्ले या कॉलोनी में जाने वाली सड़क सकरी और छोटी है. जिसके कारण पिक टाइम में ट्रैवल करने में ट्रैफिक ज्यादा होता है. जिससे लोगों का समय बर्बाद होता है. ऐसे में कोई भी जनप्रतिनिधि को इस दिशा में भी पहल करनी चाहिए."




जनता की समस्या को गंभीरता से लेने वाला नेता चाहिए : उत्तर विधानसभा के सुशील अग्रवाल का कहना है कि "जनप्रतिनिधि या विधायक किसी भी पार्टी का हो लेकिन अपने विधानसभा क्षेत्र में समय-समय पर दौरा करें. लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लें.विधायक किसी भी पार्टी का हो लेकिन जनता की बात जरुर सुने.लेकिन जिस पार्टी की सरकार बनेगी अगर उसका विधायक होगा तो समस्याएं जल्दी सुलझेंगी.दूसरी पार्टी का विधायक या जनप्रतिनिधि होने से लोगों की बातों को टाल देते हैं, और गोल-गोल जवाब देकर निकल जाते हैं."



उत्तर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले अनुराग ने बताया कि "हमें ऐसा जनप्रतिनिधि चाहिए जो हमारे क्षेत्र में साफ सफाई और स्वच्छता का ध्यान रखें. लोगों की समस्याएं सुने जनप्रतिनिधियों द्वारा वादे को लेकर उन्होंने बताया कि चुनाव के समय सभी जनप्रतिनिधि एक ही तरह के वादे करते हैं, लेकिन यह वादे अधूरे रहते हैं."


वहीं महादेव बाघ का कहना है कि "इस क्षेत्र में जो भी प्रत्याशी आए चाहे वह कांग्रेस का हो या भारतीय जनता पार्टी का लेकिन मूलभूत सुविधा बिजली पानी और सड़क जैसी समस्याओं का समाधान करें. विधायक या जनप्रतिनिधि लोगों की बातों को सुने और उनकी समस्याओं का समाधान करें."

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कितनी है उत्तर विधानसभा में मतदाताओं की संख्या ? : रायपुर जिले के उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 17 हजार 707 है. जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 1 लाख 334 है. महिला मतदाता की संख्या 1 लाख 1 हजार 277 है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 96 है. 18 से 19 साल आयु वर्ग के नए मतदाता की संख्या 2730 है.

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