रायपुर : छत्तीसगढ़ में लगातार ट्रेन कैंसिल होने पर कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार को घेर रही है. इसी के तहत कांग्रेस ने 13 सितंबर को प्रदेश स्तरीय रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है.वहीं बीजेपी की माने तो कई बार मेंटेनेंस सहित दूसरे कामों के लिए ट्रेनें रद्द की जाती हैं.लेकिन उसकी वैकल्पिक व्यवस्था भी होती है. फिर भी कांग्रेस इस पर राजनीति कर रही है.वहीं राजनीति के जानकारों की माने तो आगामी दिनों में प्रदेश में चुनाव है.इसलिए ट्रेन का मुद्दा भी चुनाव में छाया रहेगा.
कांग्रेस ने रद्द ट्रेनों को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज ने मोदी सरकार पर हमला बोला.बैज के मुताबिक बीजेपी के सांसद मौन रहकर आम जनता की पीड़ा को बढ़ाने में लगे हैं. बीजेपी के 9 सांसदों की निष्क्रियता का नुकसान छत्तीसगढ़ की जनता को उठाना पड़ रहा है. छत्तीसगढ़ की जनता के परेशानियों में कभी भी बीजेपी के सांसद जनता के पक्ष में खड़े नहीं हुए.बीते कुछ महीनों से 2600 से अधिक जो ट्रेन बंद हुई. जिसके कारण प्रदेश के ट्रेन यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि लगातार छत्तीसगढ़ की यात्री ट्रेनों बिना किसी कारण के रद्द किया जा रहा है. जिससे लोगों को तकलीफ हो रही है.
''तीज त्योहार सहित बीमारी के दौरान लोग ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इस दौरान इसे बिना किसी पूर्व सूचना और वैकल्पिक व्यवस्था के बंद कर दिया जाता है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि जिससे रेलवे डूब जाए और मोदी सरकार उसे अदानी को सौंप दें. रद्द हो रही ट्रेनों के खिलाफ कांग्रेस 13 सितंबर को रेल रोको आंदोलन प्रदेश के सभी जिलों में करेगी.'' सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग कांग्रेस
बीजेपी ने साधा निशाना : वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के आंदोलन को लेकर निशाना साधा है. बीजेपी नेता गौरी शंकर श्रीवास के मुताबिक कांग्रेस के पास 5 सालों में बताने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए ट्रेन का बहाना लेकर अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करना चाहती है.
''किसी भी तरह की आवागमन में कोई बाधा नहीं हो रही है. यदि कहीं कोई कमी होती है तो उसे तत्काल सुधार किया जाता है. जहां तक ट्रेन के फेरे का कोटा बढ़ाने की बात है तो उसे लेकर केंद्र में हमारे सांसदों ने चर्चा की है. यदि आने वाले समय में फेरे बढ़ाने की मांग होगी तो उसका कोटा बढ़ाया जाएगा.'' गौरीशंकर श्रीवास, प्रदेश प्रवक्ता, बीजेपी
वहीं इस बारे में राजनीति के जानकार उचित शर्मा का कहना है कि प्रदेश में लंबे समय से ट्रेनें रद्द की जा रही है.चाहे मेंटेनेंस के नाम पर हो या पटरी सुधारने के या पुल के नाम पर. इस वजह से लोग परेशान हो रहे हैं. इसका स्वाभाविक तौर पर कांग्रेस राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश करेगी.छत्तीसगढ़ के बीजेपी सांसदों ने ट्रेन को लेकर संसद में आवाज तक नहीं उठाई.सबसे ज्यादा प्रॉफिट देने वाला डिवीजन बिलासपुर जोन है. उसके बावजूद यहां के किसी सांसद ने आवाज नहीं उठाई.
''यह छत्तीसगढ़ का दुर्भाग्य है. ऐसे बहुत से मुद्दे हैं.सीनियर सिटीजन को रियायत बंद कर दी गई, पत्रकारों को मिलने वाली सुविधाएं बंद कर दी गई. अन्य व्यवस्थाएं बंद कर दी गई. इतना ही नहीं है सारा पैसा जा कहां रहा है ये सवाल भी होना चाहिए.स्वाभाविक है आने वाले समय में कांग्रेस इस मुद्दे को उठाएगी जिसका असर भी देखने को मिलेगा. उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार
छत्तीसगढ़ में अब तक कितनी ट्रेनें हुईं रद्द : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस का दावा है कि पिछले साढ़े तीन साल में 67 हजार 382 ट्रेनों को रद्द किया गया है. यह जानकारी कांग्रेस ने आरटीआई से जुटाई है. जिसके मुताबिक वर्ष 2020 में 32 हजार 757, वर्ष 2021 में 32 हजार 151, वर्ष 2022 में 2 हजार 474, ओर वर्ष 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेनें रद्द कर दी गई है.