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आम लोगों पर महंगाई की एक और मार, महंगा हो सकता है बस का किराया

बस संचालकों की मांग पर 10 प्रतिशत किराया बढ़ाया जा सकता है. बस संचालक लगातार किराया बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं. यातायात महासंघ ने किराया बढ़ाने के लिए परिवहन आयुक्त और परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है.

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Published : Mar 6, 2021, 9:51 PM IST

Bus travel can be expensive
महंगा हो सकता है बस का किराया

रायपुरः ट्रेनों के बाद अब जल्द ही यात्री बसों का किराया भी बढ़ सकता है. बस संचालकों की मांग पर 10 प्रतिशत किराया बढ़ाया जा सकता है. बस संचालक लगातार किराया बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही जगह-जगह पर टोल नाका बना दिया गया है. जिसका भार बस मालिकों पर पड़ रहा है. जिसे देखते हुए यातायात महासंघ ने किराया बढ़ाने के लिए परिवहन आयुक्त और परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है. जिसके बाद परिवहन विभाग इसकी कवायद में जुट गया है.

यातायात दुरुस्त करने के लिए प्रशासन की कार्रवाई

किराया बढ़ाने की मांग

छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के महासचिव कमलजीत पान्तरे ने बताया कि पिछले कुछ महीने से लगातार डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. सभी मार्गों में टोल नाका भी शुरू हो गया. बस संचालकों को टोल नाका में भी पैसे देने पड़ते हैं. ऐसे में यात्री बसों के किराए में वृद्धि होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 5 किलोमीटर तक 10 रुपए लिया जाएगा. उसके बाद 1:50 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से यात्री किराया लिए जाने की मांग की गई है.

स्थाई किराया नीति बनाए जाने की मांग

महासचिव ने बताया कि इसके पहले वर्ष 2017 में यात्री किराया बढ़ाया गया था. जिसके बाद अब डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही सभी मार्गों पर टोल नाका भी संचालित किया जा रहा है. टोल नाका पर बस संचालकों को पैसे जमा करने पड़ते हैं. जिससे उनको नुकसान हो रहा है. बस संचालकों की मांग पर महासचिव ने बताया कि यह कुल किराया का 30 फ़ीसदी अधिक है. साथ ही स्थाई किराया नीति बनाया जाना चाहिए. ताकि डीजल के दाम के अनुसार किराया तय किया जा सके.

रायपुरः ट्रेनों के बाद अब जल्द ही यात्री बसों का किराया भी बढ़ सकता है. बस संचालकों की मांग पर 10 प्रतिशत किराया बढ़ाया जा सकता है. बस संचालक लगातार किराया बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही जगह-जगह पर टोल नाका बना दिया गया है. जिसका भार बस मालिकों पर पड़ रहा है. जिसे देखते हुए यातायात महासंघ ने किराया बढ़ाने के लिए परिवहन आयुक्त और परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है. जिसके बाद परिवहन विभाग इसकी कवायद में जुट गया है.

यातायात दुरुस्त करने के लिए प्रशासन की कार्रवाई

किराया बढ़ाने की मांग

छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के महासचिव कमलजीत पान्तरे ने बताया कि पिछले कुछ महीने से लगातार डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. सभी मार्गों में टोल नाका भी शुरू हो गया. बस संचालकों को टोल नाका में भी पैसे देने पड़ते हैं. ऐसे में यात्री बसों के किराए में वृद्धि होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 5 किलोमीटर तक 10 रुपए लिया जाएगा. उसके बाद 1:50 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से यात्री किराया लिए जाने की मांग की गई है.

स्थाई किराया नीति बनाए जाने की मांग

महासचिव ने बताया कि इसके पहले वर्ष 2017 में यात्री किराया बढ़ाया गया था. जिसके बाद अब डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही सभी मार्गों पर टोल नाका भी संचालित किया जा रहा है. टोल नाका पर बस संचालकों को पैसे जमा करने पड़ते हैं. जिससे उनको नुकसान हो रहा है. बस संचालकों की मांग पर महासचिव ने बताया कि यह कुल किराया का 30 फ़ीसदी अधिक है. साथ ही स्थाई किराया नीति बनाया जाना चाहिए. ताकि डीजल के दाम के अनुसार किराया तय किया जा सके.

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