रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 22 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. सत्ता और विपक्ष दोनों ही दल इसकी तैयारियों में जुट गए हैं. सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में प्रश्नों के जरिए मुद्दे तैयार करने शुरू कर दिए हैं. विधानसभा की अधिसूचना जारी होने के कुछ दिनों के भीतर ही 1600 से ज्यादा सवाल अब तक लग चुके हैं. प्रश्न लगाने वालों में सत्ता और विपक्ष दोनों के विधायक शामिल हैं. बजट सत्र को लेकर विधानसभा में भी तैयारियां जोरों पर है.
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छत्तीसगढ़ में विधानसभा के बजट सत्र को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है. विधानसभा परिसर में कोविड-19 के कारण बजट सत्र में भी कोविड-19 के नियमों को फॉलो किया जाएगा. कोविड-19 के कारण विधानसभा परिसर में नाम मात्र के लोगों को ही प्रवेश दिया गया था. वैसे ही इस सत्र में भी प्रवेश के लिए कई तरह की पाबंदियां होगी. सत्र के दौरान ग्लास की दीवारों के बीच सत्र की कार्रवाई की जाएगी. अधिसूचना जारी होने के बाद अबतक विधानसभा में 1636 प्रश्न लग चुके हैं.
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पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण
बजट सत्र 22 फरवरी से शुरू होकर 26 मार्च तक चलेगा. सत्र में कुल 24 बैठकें होनी है. प्रश्नकाल की शुरुआत 23 फरवरी से होगी. पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा. इस वजह से पहले दिन प्रश्नकाल नहीं रखा गया है. बैठक के दौरान हर दिन 1 घंटे के लिए होने वाले प्रश्नकाल के लिए विधायकों ने भी होमवर्क शुरू कर दिया है. अधिसूचना जारी होने के बाद 23 जनवरी से अब तक कुल 893 तारांकित प्रश्न और कुल 743 आतारांकित प्रश्न विधानसभा के सदस्यों ने लगाए हैं. अबतक सबसे ज्यादा 30 जनवरी को विधानसभा के सदस्यों ने 546 प्रश्न सचिवालय में लगाए हैं.
विपक्ष आक्रामक भूमिका में आएगा नजर
विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से विपक्ष के विधायक बहुत कमजोर हैं. यहां कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं, जबकि विपक्ष की भूमिका में भाजपा के 14 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के 4 और बहुजन समाज पार्टी के 2 ही विधायक हैं. इसके बावजूद हर बार की तरह इस बार भी विपक्ष आक्रमक भूमिका में नजर आएगा. विपक्ष प्रदेश में बढ़ते अपराध, अवैध शराब की बिक्री, टमाटर उत्पादक किसानों को हुए नुकसान, हाथियों के आतंक, रेत की अवैध उत्खनन, नशे के कारोबार पर भी सरकार को घेरने की तैयारी में है. कांग्रेस, भाजपा के शासनकाल में हुए हमेशा के जवाब से बचने का प्रयास करेगी.
मार्च के प्रथम सप्ताह में आ सकता है बजट
केंद्रीय बजट की घोषणा के बाद प्रदेश में भी बजट की तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच गई है. फिलहाल वित्त विभाग बजट का भाषण अंतिम रूप देने में लगा हुआ है. इस बार युवा महिला और जेंडर बजट के अलावा चाइल्ड बजट को भी जोड़ा गया है. माना जा रहा है कि बजट फरवरी के अंतिम दिन या फिर मार्च के प्रथम सप्ताह में ही जारी हो सकता है.
सरकार इस बार अलग से पेश कर सकती है चाइल्ड बजट
राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2021 के बजट में बच्चों को अलग से सौगात देने के लिए चाइल्ड बजट भी पेश कर सकती है. राज्य सरकार इसे चाइल्ड बजट का नाम दे रही है, जिसमें 18 वर्ष तक के लड़के लड़कियों को इस बजट में शामिल किया गया है. इसके लिए विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं को एक साथ व्यवस्थित कर बजट तैयार किया जा रहा है. बजट अनुमान के मुताबिक राज्य के करीब 8 लाख बच्चे चाइल्ड बजट के दायरे में आएंगे. वित्त विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. प्रदेश में इसके पहले जेंडर बजट, कृषि बजट और महिला बजट अलग से पेश किया जा चुका है.
पहले सीएम करेंगे सवालों का सामना
- विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सबसे पहले विपक्ष के सवालों का सामना करेंगे.
- वन मंत्री मोहम्मद अकबर और पीएचई मंत्री रुद्र गुरु भी विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे.
- दूसरे दिन पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव, उद्योग मंत्री कवासी लखमा और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल से जुड़े विभागों के सवाल जवाब होंगे.
- तीसरे दिन गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे.
- कृषि मंत्री रविंद्र चौबे महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया और अंत में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल सवालों का जवाब देंगे.