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यहां वेंटिलेटर का सपोर्ट मरीज को भले न मिले, सियासत को तो भरपूर मिल रहा है ! - Politics between government and opposition

छत्तीसगढ़ में कोरोना के कहर के बीच राजनीति भी जमकर हो रही है. प्रदेश में पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर को लेकर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं. एक तरफ जहां राज्य सरकार ने पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर को खराब बताया. तो बीजेपी ने पलटवार करते हुए राज्य सरकार पर घटिया वेंटिलेटर खरीदने का आरोप लगाया है.

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छत्तीसगढ़ में वेंटिलेटर को लेकर राजनीति
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Published : May 5, 2021, 9:56 PM IST

Updated : May 5, 2021, 10:52 PM IST

रायपुर: कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. कई शहरों में अस्पताल में बेड्स, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहा है. इसको लेकर लोगों में भारी आक्रोश भी है कि जब साल भर से ये महामारी देश में है तो आखिर क्यों सरकारें इसे हल्के में ले रही थी. जनता की नाराजगी को देखते हुए नेता भी अब जिम्मेदारी को एक दूसरे पर डालने की कोशिश कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में वेंटिलेटर को लेकर राजनीति

छत्तीसगढ़ में वेंटिलेटर को लेकर राजनीति

छत्तीसगढ़ में लाइफ सपोर्ट उपकरण वेंटिलेटर को लेकर राजनीति (ventilator politics ) शुरू हो गई है. दरअसल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Dharamlal Kaushik) ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि केंद्र से आई पीएम केयर (pm cares fund) की राशि से राज्य के स्वास्थ विभाग ने खराब क्वालिटी के वेंटिलेटर खरीदे हैं, जिसके चलते इसका लाभ आम जनता को नहीं मिल पाया.

केंद्र से वेंटिलेटर के लिए नहीं आई कोई राशि: सिंहदेव

इधर नेता प्रतिपक्ष के आरोपो का जवाब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Ts Singh Deo)ने दिया है, उन्होंने कहा कि कौशिक जैसे वरिष्ठ नेता से इस तरह तथ्य को बिना जाने आरोप लगाने की उम्मीद वे नहीं करते, सिंहदेव ने साफ किया कि पीएम केयर फंड से राज्य को वेंटिलेटर के लिए कोई राशि नहीं आई थी बल्कि सीधे 230 वैंटिलेटर आए थे. इन्हीं में से कई वेंटिलेटर खराब निकले हैं. सिंहदेव के मुताबिक छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने फंड से 36 वेंटिलेटर खरीदे हैं जो की सभी काम कर रहे हैं.

SPECIAL: एक बार फिर अपने फैसले पर घिरी छत्तीसगढ़ सरकार

केंद्र के भेजे गए वेंटिलेटर निकले खराब

कांग्रेस नेताओं ने जानकारी दी है कि केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए वैंटिलेटर 58 खराब निकले हैं. इनमें से कई वेंटिलेटर जिलों में बनाए गए कोविड सेंटर्स में धूल खा रहे हैं. इस तरह प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है.

प्रदेश में 1002 वेंटिलेटर

गौरतलब है कि फिलहाल राज्य में 1002 वेंटिलेटर हैं इनमें से 526 शासकीय अस्पतालों में हैं. वहीं और 476 निजी अस्पतालों में उपलब्ध हैं. इसके अलावा राज्य सरकार कुछ और वेंटिलेटर मशीन खरीदने की योजना बना रही है.

रायपुर: कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. कई शहरों में अस्पताल में बेड्स, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहा है. इसको लेकर लोगों में भारी आक्रोश भी है कि जब साल भर से ये महामारी देश में है तो आखिर क्यों सरकारें इसे हल्के में ले रही थी. जनता की नाराजगी को देखते हुए नेता भी अब जिम्मेदारी को एक दूसरे पर डालने की कोशिश कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में वेंटिलेटर को लेकर राजनीति

छत्तीसगढ़ में वेंटिलेटर को लेकर राजनीति

छत्तीसगढ़ में लाइफ सपोर्ट उपकरण वेंटिलेटर को लेकर राजनीति (ventilator politics ) शुरू हो गई है. दरअसल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Dharamlal Kaushik) ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि केंद्र से आई पीएम केयर (pm cares fund) की राशि से राज्य के स्वास्थ विभाग ने खराब क्वालिटी के वेंटिलेटर खरीदे हैं, जिसके चलते इसका लाभ आम जनता को नहीं मिल पाया.

केंद्र से वेंटिलेटर के लिए नहीं आई कोई राशि: सिंहदेव

इधर नेता प्रतिपक्ष के आरोपो का जवाब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Ts Singh Deo)ने दिया है, उन्होंने कहा कि कौशिक जैसे वरिष्ठ नेता से इस तरह तथ्य को बिना जाने आरोप लगाने की उम्मीद वे नहीं करते, सिंहदेव ने साफ किया कि पीएम केयर फंड से राज्य को वेंटिलेटर के लिए कोई राशि नहीं आई थी बल्कि सीधे 230 वैंटिलेटर आए थे. इन्हीं में से कई वेंटिलेटर खराब निकले हैं. सिंहदेव के मुताबिक छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने फंड से 36 वेंटिलेटर खरीदे हैं जो की सभी काम कर रहे हैं.

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केंद्र के भेजे गए वेंटिलेटर निकले खराब

कांग्रेस नेताओं ने जानकारी दी है कि केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए वैंटिलेटर 58 खराब निकले हैं. इनमें से कई वेंटिलेटर जिलों में बनाए गए कोविड सेंटर्स में धूल खा रहे हैं. इस तरह प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है.

प्रदेश में 1002 वेंटिलेटर

गौरतलब है कि फिलहाल राज्य में 1002 वेंटिलेटर हैं इनमें से 526 शासकीय अस्पतालों में हैं. वहीं और 476 निजी अस्पतालों में उपलब्ध हैं. इसके अलावा राज्य सरकार कुछ और वेंटिलेटर मशीन खरीदने की योजना बना रही है.

Last Updated : May 5, 2021, 10:52 PM IST
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