रायपुर: जोरा सड़क हादसे की जांच में नया खुलासा हुआ है. रायपुर पुलिस ने ओडिशा से रायपुर होते हुए 74 मजदूरों को गुजरात लेकर जा रही बस के मालिक और ड्राइवर को गुजरात से गिरफ्तार किया है. जांच में सामने आया है कि बस केवल 36 सीटर थी, जिसमें 74 मजदूरों को बिठाया गया था. यहीं वजह थी कि बस अनियंत्रित हो गई और ट्रक के साथ टक्कर में 8 मजदूरों की जान चली गई.
पुलिस के मुताबिक गुजरात के सूरत में ट्रांसपोर्टर विपुल भाई धेवरिया की बस ओडिशा के गंजाम में मजदूरों को लाने गई थी. बस को कपड़ा कारोबारियों ने बुक कराया था. बस लेकर अहमदाबाद (गुजरात) से प्रकाश राठौर और जगदीश सरवैया गंजाम पहुंचे थे.
कई मजदूरों के कटे थे हाथ-पैर
सूरत (गुजरात) के अलग-अलग फैक्ट्रियों के लिए मजदूरों को लेकर बस रवाना हुई थी, जो रायपुर के जोरा के पास हादसे का शिकार हो गई थी. बस ट्रक से जा भिड़ी थी और साइड से रगड़ते निकल गई थी. बस में सवार लोग गहरी नींद में थे. हादसे में लेफ्ट साइड में बैठे 8 मजदूरों की मौत हो गई थी. 5 मजदूरों को गंभीर चोटें आई थी, हादसे में कई मजदूरों के हाथ-पैर भी कटे हैं.
घटना का रीक्रिएशन
इस मामले में पुलिस ने गुजरात में छापा मार बस के मालिक और दोनों ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उनके खिलाफ लापरवाही से मौत, महामारी एक्ट और मोटरव्हीकल एक्ट में कार्रवाई की है.
बस ड्राइवर की लापरवाही से हुआ हादसा
पुलिस ने घटना को रीक्रिएट किया और हादसे के कारण की पड़ताल की. पुलिस के अनुसार पूरी लापरवाही बस के ड्राइवर की थी. ट्रक सही दिशा में चल रहा था. जांच में खुलासा हुआ है कि 36 सीटर बस में 74 मजदूरों को ठूंस-ठूंसकर बिठाया गया था.