रायपुर: राजस्थान में सियासी बवंडर जारी है. उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के पार्टी से बगावत की खबर है. इस बीच राजनीतिक गलियारों में सचिन पायलट के बीजेपी ज्वॉइन करने या फिर तीसरा मोर्चा बनाने की अटकलें तेज हो गई हैं. इधर छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने पहले ये बयान दिया था कि पायलट बीजेपी के साथ हैं, लेकिन बाद में उन्होंने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि उनके मुंह से ज्योतिरादित्य सिंधिया की जगह सचिन पायलट का नाम निकल गया.
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से खफा चल रहे सचिन पायलट के भाजपा में शामिल होने या फिर तीसरा मोर्चा बनाने के कयास लगाए जा रहे हैं. वे काफी समय से गहलोत से नाराज चल रहे हैं. पिछले दो दिनों से राजस्थान की राजनीति गरमाई हुई है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने एक समाचार एजेंसी को बयान दिया था, जिसके बाद लोगों ने लगभाग मान ही लिया था कि सचिन पायलट बीजेपी में शामिल होने वाले हैं.
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पीएल पुनिया ने कांग्रेस में सचिन पायलट की उपेक्षा होने पर बयान देते हुए कहा था कि 'सचिन पायलट अब भारतीय जनता पार्टी में हैं और भारतीय जनता पार्टी का क्या रुख रहता है कांग्रेस के प्रति ये जग जाहिर है. तो हमें अब उनसे कोई सर्टिफिकेट लेने की आवश्यकता नहीं है. कांग्रेस में सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान होता है.'
पुनिया ने ये कह कर झाड़ा पल्ला
इसके बाद पीएल पुनिया ने अपने ट्टीटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया है. जिसमें वो सचिन पायलट के लिए दिए गए बयान पर सफाई देते नजर आ रहे हैं. वीडियो में पुनिया ने कहा कि 'मुझसे ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर प्रतिक्रिया पूछी थी जिसके जवाब में मेरे मुंह से सचिन पायलट का नाम निकल गया. ये सहज मानवीय भूल और जबान फिसलने का मामला है. सचिन पायलट खुद ही कह चुके हैं कि वे बीजेपी में नहीं जा रहे हैं. वे अब भी कांग्रेस का हिस्सा हैं.'
कांग्रेस की मीटिंग में नहीं पहुंचे सचिन पायलट
राजस्थान में सियासी स्थिति पल-पल बदल रही है. कांग्रेस के अंदर अंतर्कलह गहराता जा रहा है. फिलहाल जयपुर में कांग्रेस की मीटिंग लगातार जारी है. सीएम गहलोत ने व्हिप जारी कर सभी कांग्रेस के विधायकों को शामिल होने का आदेश दिया था. वहीं मीटिंग में शामिल न होने वाले विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी बात कही थी. इन सबके बावजूद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने साफ तौर पर बैठक में आने से मना कर दिया है.