रायपुर: छत्तीसगढ़ क्रेता विक्रेता सम्मेलन में विभिन्न किसानों और व्यापारियों ने अपने-अपने स्टाल लगाए हैं, जिसमें एक स्टाल गुलाबी गेहूं का भी लगाया गया है. इस स्टाल में रखा गुलाबी गेहूं लोगों के आकर्षण का केंद्र है. इसके साथ ही ही विदेशी नेताओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
गेहूं की खासियत यह है कि 'इससे मधुमेह, हृदय संबंधी रोग सहित कई बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है और यही वजह है कि इस गेहूं को लेकर अब धीरे-धीरे लोगों का खासा रुझान देखा जा रहा है. हालांकि इस गेहूं की कीमत काफी ज्यादा है इस गेहूं का दाम लगभग 150 रुपये प्रति किलो है.
महासमुंद से इस गेहूं को लेकर क्रेता विक्रेता सम्मेलन में पहुंचे मोहन चंद्राकर का दावा है कि इस गुलाबी गेहूं की खेती प्रदेश में सिर्फ उनके यहां ही की जाती है और कोई किसान इसे नहीं लगाता है. वहीं मोहन ने बताया कि इसका बीज वो 3 साल पहले पंजाब से लाए थे और उसके बाद से ही उनके ओर से इस गेहूं की फसल की जा रही है.