रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शादियों के पीक सीजन में पिछले साल की तरह इस साल भी तारीखें टल गई हैं. जिन परिवारों ने अप्रैल में विवाह की तारीख तय की थी, उन्होंने इन तारीखों को आगे बढ़ा दिया है. जिसके घर में शादी होनी है उनके परिजन स्थिति सामान्य होने पर वैवाहिक कार्यक्रम आयोजित करने का संदेश भेज रहे हैं. इस महीने की 25 तारीख से शादी के मुहूर्त की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन लॉकडाउन ने शादी का माहौल बिगाड़ दिया है. जिससे शादी से जुड़े सभी व्यवसायी परेशान हैं.
च्वाइस सेंटर के संचालक बताते हैं कि शासन प्रशासन की गाइडलाइन के मुताबिक शादी में केवल 10 लोगों को अनुमति मिलने के कारण कुछ लोगों ने शादियां रद्द कर दी है. या फिर डेट आगे बढ़ा दी है. ऑनलाइन आंकड़ों में यह सामने आया है कि करीब 3 हजार 225 लोगों ने शादियों के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. जिसमें प्रशासन ने 2 हजार 570 को अनुमति दी है.
नारायणपुर में शादी में 200 लोगों को शामिल करने पर लगा 35 हजार जुर्माना
मई महीने में सबसे ज्यादा मुहूर्त
पंडितों के मुताबिक अप्रैल महीने में विवाह के 5 मुहूर्त हैं. जिसमें 25, 26, 27, 28 और 30 अप्रैल की तारीख है. जबकि मई में सबसे ज्यादा मुहूर्त हैं. लेकिन कोरोना के बढ़ते केसों की वजह से शादियों का सीजन ठंडा पड़ गया है. जिला प्रशासन की ओर से शादियों में केवल 10 लोगों को शामिल करने की अनुमति दी गई है. लॉकडाउन की वजह से पूरा बाजार बंद है. ऐसे में लोगों ने अप्रैल और मई मध्य तक के होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं.
सभी सेक्टरों पर लॉकडाउन का बुरा असर
पूजा पाठ और शादी कराने वाले पुरोहितों से लेकर शादी हॉल, टेंट वाले, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, कैटरिंग की सेवाएं, बैंड बाजा, घोड़ी वाले के साथ ब्यूटी पार्लर चलाने वाले शादी के पीक सीजन में उदास हैं. क्योंकि कोरोना महामारी का असर शादियों से जुड़े इन बिजनेस पर पड़ा है.