रायपुर: देशभर में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं. एक लंबे अंतराल के बाद कोरोना फिर सिर उठा रहे है. प्रदेश में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहा है. बावजूद इसके लोगों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश में बड़ी-बड़ी जान सभाएं, धरना प्रदर्शन, रैली सहित अन्य सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं. ऐसे आयोजनों में नेता, मंत्री, विधायक, सांसद, कार्यकर्ता सहित दूसरे जनप्रतिनिधि बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, इतना ही नहीं यह गांव पर हजारों की संख्या में आम लोग भी शामिल हो रहे हैं. इन आयोजनों को देखकर लगता ही नहीं है कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खासकर जनप्रतिनिधि इन आयोजनों में मास्क से दूरी बनाए नजर आते हैं.
विपक्ष ने सरकार को घेरा: विपक्ष ने इसे लेकर आपत्ति जताई है. छत्तीसगढ़ विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा है कि "प्रदेश के 25 जिलों में पिछले 24 घंटे में हुए परीक्षण के बाद 619 कोरोना संक्रमित मरीजों का मिलना प्रदेश सरकार की विफलता का एक और ताजा उदाहरण है. प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बावजूद राज्य सरकार कोरोना की रोकथाम को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है. कोरोना की पॉजिटिविटी दर 9.37 बढ़ चुकी है, लेकिन प्रदेश सरकार ने अब तक न तो अपने स्वास्थ्य विभाग को सक्रिय करना जरूरी समझा है और ना ही इससे बचाव के लिए जनजागृति के उपायों पर उसका ध्यान जा रहा है."
छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "कोरोना संक्रमण के डरावने आँकड़े सामने आ रहे हैं, तब भी प्रदेश सरकार हाथ-पर-हाथ धरे बैठी है. न तो बाजारों, स्कूलों, सार्वजनिक स्थानों, कार्यक्रमों, समारोह के लिए गाइडलाइन जारी की है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग रखने, मास्क पहनने सहित इससे बचाव की सभी सावधानियों के लिए लोगों को प्रेरित करने का काम हो रहा है. प्रदेश में कोई विस्फोटक स्थिति बने, हालात बेकाबू हों, राज्य सरकार को उससे पहले कोरोना की रोकथाम के लिए कदम उठाने की जरूरत है."
सीएम ने प्रोटोकॉल का पालन करने की कही बात: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि "कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं." सीएस ने सारे कलेक्टर अधिकारियों की एक मीटिंग भी ली है. बघेल ने कहा कि "कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए."
एक्सपर्ट ने ये कहा: ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि "विभिन्न आयोजनों के दौरान को कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन तो किया जाता है. कोरोना गाइडलाइन में स्पष्ट रूप निर्देशित किया गया है कि जब केस बढ़ रहे हो तो सबसे पहले कोरोना संक्रमण नियम का पालन करना चाहिए. अभी जितनी मौत हुई है उन 3 मरीजों ने वैक्सीन नहीं लगाया था. वैक्सीनेशन के बारे में बार-बार बात कही गई है. इसमें कहा गया कि व्यक्ति को लगवाना है और बूस्टर वैक्सीनेशन भी लगाना है. वैक्सीन ना लगाने वाले और लापरवाही बरतने वालों की मौत भी हुई है."
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डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि "कोरोना गाइडलाइन का पालन हमेशा करना है, भीड़ भरे इलाकों में मास्क लगाना है, यदि कही नहीं भीबजा रहे हैं तो भी वैक्सीन लगाना जरूरी है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन भी आ गई है कि आपको खरीदकर वैक्सीन लगाना है. यदि बूस्टर डोज को 6 महीने ज्यादा समय बीत गया है, तो उसे फिर से बूस्टर डोज लगवाना है. इससे कोरोना से बचाव किया जा सकता है."