रायपुर: साल 2024 की पहली अमावस्या तिथि 11 जनवरी 2024 को पड़ेगी. हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन को अमावस्या के नाम से जाना जाता है. अमावस्या के दिन स्नान दान करने के बाद जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु की विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना करने के साथ ही पितरों का तर्पण करते हैं. ज्योतिष शास्त्र में अमावस्या के दिन कई उपाय भी बताए गए हैं. इन उपायों को करने से इंसान को सुख और समृद्धि मिलती है.
पौष अमावस्या पर स्नान दान का महत्व: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया "पौष की 15वीं तिथि को अमावस्या मनाई जाती है. जनवरी के महीने में पौष अमावस्या 11 तारीख को मनाई जाएगी. इस दिन नदी में स्नान और दान करने का विधान है. सोना रुई नमक सप्तधान्य का दान किया जाता है. ठंड का समय है इसलिए जूते, चप्पल कंबल भी दान किया जा सकता है. इस दिन पितरों का तर्पण भी किया जाता है. पौष अमावस्या पर स्नान दान करने से शनि और राहु के दोषों से भी मुक्ति मिलती है. इस दिन अर्ध्य विवाह, कुंभ विवाह भी किया जा सकता है. संतान की बीमारी को लेकर कामेष्टि यज्ञ भी किया जा सकता है. ठंड का सीजन होने के कारण तिल दान करना शुभ माना गया है."
पितरों के तर्पण से मिलेगी सुख शांति: पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने आगे बताया कि पितरों के आशीर्वाद से घर में खुशहाली और सुख शांति बनी रहती है. दान करने का बड़ा महत्व है. इस दिन गरीबों को मीठे चावल का दान करना चाहिए. इस उपाय को करने से इंसान को सभी पापों से मुक्ति मिलती है. पौष अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराना शुभ माना जाता है. इस दिन पूजा अर्चना करने के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराना और इसके बाद उन्हें दान दक्षिणा भी दिया जाना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.