रायपुर: धान खरीदी छत्तीसगढ़ की सियासत में धुरी का काम करता है. यही वजह है कि धान खरीदने की प्रक्रिया को छत्तीसगढ़ में धान तिहार के रूप में जाना जाता है. इस बार एक नवंबर 2023 से धान तिहार यानी की धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू होगी. इसका ऐलान बघेल सरकार की तरफ से कर दिया गया है. धान खरीदी पर बघेल सरकार की तरफ से मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक में इसकी तैयारियों को लेकर कई तरह की चर्चाएं हुई.
प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का फैसला: बघेल सरकार की तरफ से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का फैसला किया गया है. इस बात की घोषणा सीएम भूपेश बघेल ने पहले ही कर दी थी. अब इस पर अमल करते हुए मंत्रीमंडलीय उप समिति ने इसे हरी झंडी दे दी है. धान खरीदी की विपणन नीति और मीलिंग नीति को भी समीक्षा की गई है.
एक नवंबर 2023 से शुरू होगी धान खरीदी (Dhan Tihar From November 1 In Chhattisgarh): छत्तीसगढ़ में एक नवंबर 2023 से धान खरीदी की शुरुआत होगी. धान खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ के पंजीकृत किसानों से साल 2023-24 वर्ष में करीब प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का फैसला किया गया है. यह धान खरीदी की व्यवस्था बैंक लिकिंग सिस्टम के तहत की जाएगी. 31 जनवरी 2024 तक पूरी धान खरीदी की प्रक्रिया चलेगी.
किस रेट पर होगी धान खरीदी: कॉमन धान के लिए धान का समर्थन मूल्य 2183 रूपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. जबकि ए ग्रेड धान के लिए यह मूल्य 2203 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है. अब तक राज्य के लगभग 05 लाख किसानों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. बायोमैट्रिक धान खरीदी व्यवस्था को लेकर किसानों तक जानकारी पहुंचाई जा रही है. मौजूदा समय में 2617 धान उपार्जन केंद्र राज्य में है. पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डाले तो 24.96 लाख किसानों ने पंजीयन करवाया था.
साल 2022 में हुई थी रिकॉर्ड धान खरीदी: साल 2022 में छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड धान खरीदी हुई थी. कुल 107.53 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी किसानों से हुई थी. इसमें करीब ढाई लाख किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. इस खरीदी में ऑनलाइन और ऑफलाइन टोकन की व्यवस्था की गई थी. इस बार भी ऐसा ही सिस्टम रहने की उम्मीद है. इस साल करीब साढ़े सात लाख गठान जूट के बारदाने की जरूरत पड़ेगी. जिसमें कुल 4.03 लाख नए और 3.43 लाख गठान पुराने बारदाने की जरूरत पड़ेगी. बारदाने की व्यवस्था की जा रही है.