रायपुर : शराबबंदी को लेकर आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एक बड़ा बयान आया है उन्होंने कहा है कि "शराबबंदी के मामले को मुख्यमंत्री ने विधानसभा के अंदर घोषणा किया था. यह सामाजिक बुराई है इसको किस तरह से खत्म करना है. इसके निर्णय सबको साथ करना है.'' यह बयान कवासी लखमा ने हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान दिया.
शराबबंदी के लिए बनेगी कमेटी : कवासी लखमा ने कहा कि ''छत्तीसगढ़ के बारे में सोचने वाले भूपेश बघेल ने विधानसभा में घोषणा की थी कि ''राजनीति से हटकर पार्टी से ऊपर उठकर सभी पार्टी अपने विधायकों में से एक-एक दो-दो सदस्य जुड़कर एक कमेटी बनाए. लेकिन भाजपा और जोगी कांग्रेस ने नाम नहीं दिया. बहुजन समाज पार्टी के लोगों ने नाम दिया लेकिन वह बैठक में नहीं आते.''
लखमा ने कहा कि ''कल शाम को समिति के सभी लोग दिल्ली गए हैं और दिल्ली से गुजरात के लिए गए हैं. विधानसभा और होली है. उसे छोड़कर हमारे विधायक गए हैं. उनको मैं बधाई देता हूं. 13 तारीख को विधानसभा दोबारा शुरू हुई. इसलिए 12 मार्च को वापस आ जाएंगे और विधानसभा खत्म होने के बाद वह मिजोरम जाएंगे.''
भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप : कवासी लखमा ने कहा कि ''कमेटी सरकार के पास अपना निर्णय रखेगी उस पर सरकार जैसा जनता के लिए अच्छा होगा वैसा हमारे सरकार निर्णय करेगी.भाजपा के लोग केवल झूठ बोलते हैं. और राजनीति कर के सिर्फ वोट लेते हैं. भाजपा सिर्फ झूठ बोलने में माहिर है. जो गंभीर कम होना है. बैठक होती है. उसमें नहीं जाकर सभा में झूठ बोला है यह जनता देख रही है.
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आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा " बस्तर के लोग और पूजा पाठ अलग है वहां पूजा पाठ दारू के बिना नहीं करते इसलिए बस्तर का नियम अलग होगा वहां पर शराबबंदी होना सवाल ही नहीं है.वह आदिवासी लोग हैं वहां पंचायत तय करेगा कि क्या करना है."