रायपुर: कोरोना वायरस को लेकर आज भी लोगों में गलत धारणाएं है. डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति अस्पताल के डॉ. सुंदरानी ने बताया कि मरीज का रैपिड एंटीजनन टेस्ट यदि पॉजिटिव आता है तो RTPCR और टू नॉट टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है, बल्कि डॉक्टर की देख-रेख में इलाज शुरू करना चाहिए. इससे मरीज के स्वस्थ होने की संभावना भी बढ़ेगी और अनावश्यक संसाधन भी खर्च नहीं होगा.
डॉ. सुंदरानी ने बताया कि रैपिड टेस्ट का रिजल्ट निगेटिव आता है और फिर भी यदि मरीज में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो ही RTPCR कराना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह भी जरूरी है कि टेस्ट कराने के बाद से रिजल्ट आते तक लोगों को घर पर ही रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी लोग अपना टेस्ट करवाएं हैं, उन्हें रिपोर्ट आने तक घर पर रहना चाहिए, जिससे कोरोना संक्रमण न फैले.
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प्रदेश में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. जिसकी चपेट में सैकड़ों लोग आ चुके हैं. वहीं प्रदेश में भी रविवार को 2 हजार 228 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. इसके साथ ही प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 63 हजार 991 हो गई है. इनमें से 28 हजार 195 मरीजों को पूरी तरह से ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है. एक्टिव केस की संख्या 31 हजार 931 है. रविवार को 16 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई है. प्रदेश में अब तक कुल 555 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है.