अभनपुर/रायपुर: 35 वर्षीय युवक ने ग्राम ऊपरवारा के खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची ऊपरवारा पुलिस ने लाश का मर्ग पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अभनपुर भेज दिया. अभनपुर सरकारी अस्पताल प्रशासन ने मृतक के परिजनों को कोरोना जांच के लिए लाश अस्पताल लाने की बात कह दी. परिजन ट्रैक्टर में लाश रख अस्पताल पहुंचे, जहां उसका कोरोना टेस्ट किया गया. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने मृतक के परिजनों को लाश जहां से लाए थे, वहां ले जाने कह दिया.
लेकिन गलतफहमी के चलते परिजन लाश को ट्रैक्टर में रख भेलवाडीह के श्मशान पहुंच गए. जहां अंतिम संस्कार की तमाम तैयारियां पूरी की जा चुकी थी. इधर लाश के चीरघर नहीं पहुंचने से हड़कंप मच गया. आनन-फानन में अस्पताल कर्मचारी भेलवाडीह पहुंचे और मृतक के परिजनों को लाश चीरघर ले जाने कहा. जिसके बाद अंतिम संस्कार छोड़ परिजन ट्रैक्टर में रखी लाश को लेकर चीरघर पहुंचे. शाम के 6 बज चुके थे और नियमानुसार पोस्टमार्टम संभव नहीं था, ऐसे में लाश को चीरघर में ही रखा गया है.
पूरे प्रकरण में उपरवारा पुलिस और अभनपुर सरकारी अस्पताल की लापरवाही सामने आ रही है. लाश को आत्महत्या स्थल से चीरघर लाना फिर चीरघर से अस्पताल लाना. यहां कोरोना जांच के बाद फिर से लाश को चीरघर ले जाने का काम उपरवारा पुलिस का था, लेकिन पुलिस ने इसमें लापरवाही बरतते हुए यह सारा काम मृतक के परिजनों से करवाया. इसके चलते लाश भेलवाडीह पहुंच गई.
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लापरवाही की हद तो तब हो गई जब सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों को पता था कि मृतक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. फिर भी लाश को एम्बुलेंस में लाने की जगह परिजनों को वापस चीरघर ले जाने कह दिया.