रायपुर : टीएस सिंहदेव के डिप्टी सीएम बनने के बाद अब कांग्रेस के नेता बीजेपी को आड़े हाथों ले रहे हैं. इसी कड़ी में नंद कुमार साय ने बीजेपी पर हमला बोला है. नंदकुमार साय की मानें तो बीजेपी ये सोच रही थी कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अंदर असंतुष्टों को साधकर अपना काम बना लेगी. लेकिन कांग्रेसियों को साधने का सपना आधी रात को ही खत्म हो गया. आपको बता दें कि कांग्रेस ने नंदकुमार साय को अहम जिम्मेदारी देते हुए छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम का अध्यक्ष पद सौंपा है. इसके बाद अब नंदकुमार खुलकर बीजेपी के खिलाफ मैदान में आ गए हैं. ईटीवी भारत ने नंदकुमार साय से टीएस सिंहदेव के डिप्टी सीएम बनाने समेत कई मुद्दों पर सीधी बात की है.
सवाल : आज आपको एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, इसे आप किस रूप में देखते हैं
जवाब : जवाबदारी तो उन्होंने दे दी है, लेकिन हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है. यह काम मैं जानता नहीं हूं. सारे अधिकारी हैं, उनसे समझकर, जानकर इसको कैसे कार्यान्वित करना है, यह संस्था किसके लिए काम करती है जो लोग हैं उसका लाभ कैसे यहां से होगा और कैसे काम शुरू किया जाएगा यह सोचने लगा हूं.
सवाल : ऐसा नहीं लगता काम को समझने और सोचने में ही ढाई 3 महीने निकल जाएंगे.
जवाब : समय तो चलता रहता है, लेकिन ढाई 3 महीने नहीं है उसके बाद का भी समय है. सोचेंगे कि आगे यह संस्था कुछ अच्छा करके दिखाए.
सवाल : आज दो लोगों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाया गया है उसे किस रूप में देखते हैं.
जवाब : उससे प्रदेश की कार्य क्षमता और गतिशीलता सरकार की बढ़ेगी. ऐसा मुझे लगता हैं. वह भी सरगुजा से हैं और उनको बनाया गया. वह सीनियर आदमी हैं इसलिए कुल मिलाकर सरकार की कार्य क्षमता बढ़ेगी और प्रदेश को उसका लाभ मिलेगा.
सवाल : क्या आपके और बाबा के जरिए सरगुजा को साधने की कोशिश कांग्रेस कर रही है और क्या अब बाबा और बघेल के बीच का विवाद थम गया है.
जवाब : सरगुजा तो सधेगा ही पूरा छत्तीसगढ़ भी सधेगा. दोनों में विवाद वाली कोई बात नहीं थी. लोग अर्थ अलग-अलग तरीके से निकाल देते हैं. जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी.
सवाल : बाबा ने पहले ढाई साल को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी, वह साफ देखी जा सकती थी.
जवाब : उस समय ऐसा था लेकिन मैंने उनको देखा है कि कल वे बहुत प्रसन्न थे. समय भी बहुत कम है. नाराजगी से कुछ होना नहीं है. लेकिन जो भी जिम्मेदारी पहली बार उप मुख्यमंत्री का दायित्व यहां भी दिया गया है.
सवाल : भाजपा नाराज लोगों को साधने के सपने देख रही थी लेकिन हाईकमान का जो यह संदेश आया है, उसे आप किस रूप में देखते है.
जवाब : भाजपा का सपना आधी रात को ही खत्म हो गया है.
शाम को नंदकुमार ने पदभार किया ग्रहण : आपको बता दें कि बीजेपी का दामन छोड़कर कांग्रेस प्रवेश करने वाले नंदकुमार साय को छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बड़ी जिम्मेदारी दी है. राज्य सरकार ने नंदकुमार साय को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साय को नए दायित्व के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी. नियुक्ति के बाद देर शाम नंद कुमार साय छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने पूजा-पाठ के बाद अपना पदभार ग्रहण किया.