रायपुर:आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को 14 अगस्त दोपहर 2:35 पर लॉन्च किया गया था. बुधवार 23 अगस्त की शाम 6:04 बजे चंद्रयान-3 सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. इसरो ने विश्वास जताया है कि चंद्रयान-3 मिशन में कामयाबी जरूर मिलेगी. अगर कोई तकनीकी समस्या आती है तो चंद्रयान-3 की लैंडिंग 27 अगस्त तक टाली जा सकती है. चंद्रयान-3 को लेकर ज्योतिष प्रिया शरण त्रिपाठी से ईटीवी भारत ने बातचीत की.
ज्योतिष ने दिए पॉजिटिव साइन: इसरो ने अपने सबसे महत्वपूर्ण मिशन मून के लिए चंद्रयान-3 को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की तैयारी भी पूरी कर ली है. चंद्रयान-3 की लैंडिंग के लिए पूरा देश उत्साहित है. करोड़ों भारतीय सहित पूरी दुनिया की निगाह मिशन मून पर टिकी हुई है. बुधवार की शाम 6:04 पर लैंडर विक्रम चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. इसके बाद भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन जाएगा. इस बारे में ज्योतिष ने भी पॉजिटिव साइन दिए हैं.
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग बुधवार को शाम 6:04 पर होगी. इस समय सौरमंडल में उपस्थित ग्रहों की दिशा राशियों में कुछ ऐसी रहेगी. सूर्य ग्रह सिंह में, चंद्र ग्रह तुला में, मंगल ग्रह कन्या में, बुध ग्रह सिंह में, बृहस्पति ग्रह मेष राशि में रहेगा. वहीं, शुक्र ग्रह कर्क राशि में, शनि ग्रह कुंभ राशि में, राहु ग्रह मेष राशि में, केतु ग्रह तुला राशि में रहेगा. -प्रिया शरण त्रिपाठी, ज्योतिष
नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा, जिससे होगा फायदा: ज्योतिष के अनुसार, मकर लग्न में शाम 6:02 से 6:14 तक कर्क राशि नवांश में होगा. जो कि श्रवण नक्षत्र में है. इसका स्वामी भी चंद्रमा स्वयं है. मंगल का कन्या राशि में होना विक्रम लैंडर को तकनीकी रूप से सक्षम और सुदृढ़ स्थिति प्रदान कर रहा है. जो बहुत कुशलता से उसमें संग्रहित तकनीकी डाटा का बखूबी उपयोग करवा रहा है. साथ ही नवांश में मकर राशि में मंगल की उच्चता के साथ स्वग्रही शनि की युति उसकी स्थिरता और दृढ़ता के साथ सकारात्मकता प्रदान कर रही है.
ग्रहों की स्थिति दे रही सकारात्मक संदेश: चंद्रयान 3 बुधवार शाम को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. लेकिन भविष्य में रोवर के दाएं ओर के कमरे में कुछ तकनीकी खराबी आने की संभावना हो सकती है. बुधवार के दिन गुरु चंद्रमा और मंगल ग्रहों की स्थिति में इस समय बेहतर तालमेल कर रहा है. मंगल भाग्य के द्वार पर बैठा है. चंद्रमा विशाखा नक्षत्र में है. मकर लग्न की कुंडली बन रही है, गुरु जो आकाश तत्व है. पृथ्वी पर विराजमान होकर चंद्र से दृष्टि संबंध बना रहे हैं. चंद्र स्वयं गुरु के नक्षत्र में है. पृथ्वी का मालिक भाग्य को प्रबल करते हुए अपने ही स्थान को प्रबल कर रहे हैं. यह ग्रह की स्थिति सीधा संदेश दे रही है कि इसरो का चंद्रयान-3 मिशन पूरी तरह से सफल होगा.
आखिरी के 15 मिनट बेहद खास: बता दें कि लैंडिंग का अंतिम 15 मिनट सबसे खास माना गया है. चंद्रयान-2 की लांचिंग के दौरान यही 15 मिनट का समय अहम साबित हुआ था. तब इसरो के अध्यक्ष ने मिशन की नाकामी को 15 मिनट का आतंक बताया था. चंद्रयान-3 मिशन में लगभग 600 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हुए हैं