रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव 22 अगस्त शनिवार को शाम 4 बजे डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) में नवस्थापित कैथलैब यूनिट का ई-लोकार्पण करेंगे.
पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के अधिष्ठाता डॉक्टर विष्णु दत्त ने बताया कि लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत से एसीआई में अत्याधुनिक कैथलैब मशीन स्थापित की गई है.
सात करोड़ रुपये की एडवांस तकनीक वाली मशीनें
कैथलैब मशीन के साथ यहां करीब सात करोड़ रुपये की लागत से एडवांस तकनीक वाली अन्य मशीनें भी स्थापित की गई हैं, जो हृदय रोगों की जांच और निदान में बेहद उपयोगी साबित होंगी. आने वाले दिनों में हृदय से जुड़ी बीमारियों के लिए यह संस्थान सर्वसुविधाओं से परिपूर्ण होगा.
कंप्लीट ईपी लैब किया गया तैयार
कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि कैथलैब में सात अन्य एडवांस मशीनें स्थापित की गई हैं. इन सभी का उपयोग हृदय की बीमारियों के इलाज में किया जाएगा. इन मशीनों को भाभा एटॉमिक एनर्जी सेंटर से रेडिएशन का लाइसेंस मिल चुका है. ईपीएस, आरएफए और आईसीई मशीन को मिलाकर कंप्लीट ईपी लैब तैयार किया गया है.
दिल की बीमारी सहित अन्य का होगा इलाज
लखनऊ और जम्मू-कश्मीर के बाद यह पूरे भारत का तीसरा शासकीय संस्थान होगा, जिसमें ये तीनों मशीनें एक साथ स्थापित हैं. 22 अगस्त को लोकार्पण के बाद 24 अगस्त से यहां एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी और दिल की अन्य बीमारियों का इलाज शुरू हो जाएगा.
प्रदेश के कई अस्पतालों में स्थापित की गई मशीनें
बता दें कि छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग पिछले कुछ सालों के भीतर प्रदेश के कई जिलों के विभिन्न अस्पतालों में आधुनिक तकनीक की मशीनें स्थापित कर चुकी है, जिससे मरीजों को इलाज से संबंधित बेहतर सुविधाएं मिलती हैं.