रायपुर: महाशिवरात्रि का पर्व शिव भक्तों के लिए बहुत ही खास है महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इस साल महाशिवरात्रि का पावन पर्व शनिवार 18 फरवरी को है. हर वर्ष फागुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. महाशिवरात्रि के दिन शिवभक्त पूरी श्रद्धा के साथ महाशिवरात्रि का व्रत रखकर विधि-विधान पूर्वक भोले शंकर और माता पार्वती की पूजा अर्चना करते हैं.
महाशिवरात्रि पर बन रहे कई संयोग: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "इस महाशिवरात्रि में मालव्य योग, हंस योग, शश योग इसके अलावा इस दिन शनि पुष्य योग भी बन रहा है. वहीं शनि और सूर्य कुंभ राशि में गोचर करेंगे. सूर्य और शनि पिता और पुत्र हैं. ऐसे में इन दोनों का साथ आना बहुत ही शुभ माना जाता है. शुक्र गुरु और नेपच्यून मीन राशि में विराजमान रहने वाले हैं. बुध चंद्रमा जो आपस में पिता पुत्र हैं. मकर राशि में रहेंगे.
महाशिवरात्रि के शुभ मुहुर्त: पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "इस साल महाशिवरात्रि तिथि 18 फरवरी की रात 8:03 से शुरू होगी, जो 19 फरवरी की शाम 4:19 पर समाप्त होगी. क्योंकि महाशिवरात्रि की पूजा निशीथ काल में होता है. इसलिए महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी को मनाया जाएगा."
पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने आगे बताया कि "प्रथम पहर की पूजा 18 फरवरी 2023 को रात्रि 8:13 से रात्रि 11:24 तक, दूसरे पहर की पूजा 18 फरवरी 2023 को रात्रि 11:24 से रात्रि 12:35 तक, तृतीय पहर की पूजा 19 फरवरी 2023 को आधी रात 12:35 से सुबह 3:46 तक और चतुर्थ पहर की पूजा 19 फरवरी 2023 को सुबह 3:46 से सुबह 6:56 तक किया जा सकता है."
यह भी पढ़ें: Mahashivratri 2023: कुंडली में है कालसर्प योग, महाशिवरात्रि के दिन करें यह उपाय
महादेव का करें पंचामृत से अभिषेक: पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी का कहना है कि "महाशिवरात्रि के दिन मौसमी फल संतरा, मौसंबी, बेर, धतूरा, हरे या काले अंगूर, ककड़ी, खीरा, श्रीफल, बेल, सेब और केला पंचामृत इस दिन भगवान शिवजी का पंचामृत से अभिषेक करें. इस दिन 21 बेल पत्तों पर चंदन से ओम नमः शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं, इससे इच्छाएं पूरी हो सकती है. एक लोटे में काले तिल पानी में मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें और ओम नमः शिवाय मंत्र का जप करें, जिससे मन को शांति और पितृ प्रसन्न होकर अपार धन प्राप्ति का आशीर्वाद देंगे.
महाशिवरात्रि की शाम शिव मंदिर में करें पूजा: महाशिवरात्रि पर शाम के समय शिव मंदिर में दीपक जलाने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती है और अपार धन-संपत्ति के साथ ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. शमी वृक्ष के पत्तों और चमेली के फूल से भगवान शिवजी का पूजन करने पर अपार धन संपदा का आशीष मिलता है. इसके साथ ही मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं. शिवरात्रि के दिन गरीबों असहाय व्यक्तियों को भोजन कराएं. इससे घर में कभी अन्न एवं धन की कमी नहीं होगी. पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी.
विवाह और संतान योग के लिए यह करें: शिवरात्रि के दिन आटे से 11 शिवलिंग बनाएं और इनका 11 बार जल अभिषेक करें ऐसा करने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं. शिवरात्रि पर नंदी को हरा चारा खिलाएं. इससे जीवन में सुख समृद्धि आएगी, और परेशानियों का अंत होगा. अगर विवाह में अड़चन आ रही है, तो शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर केसर मिलाकर दूध चढ़ाएं जल्दी ही विवाह के योग बन सकते हैं."