ETV Bharat / state

रायपुर AIIMS में शुरू हुआ किडनी ट्रांसप्लांट, छत्तीसगढ़ का पहला सरकारी अस्पताल जहां ये सुविधा

ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने नए साल के पहले ही राज्यवासियों को साल 2023 का अनोखा तोहफा दे दिया है. Kidney transplant in chhattisgarh गौरतलब है छत्तीसगढ़ में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा प्रारम्भ हो गई है. All India Institute of Medical Science हाल ही में शुरू हुए इस ट्रांसप्लांट के लिए करीब 50 से अधिक लोगों ने पूर्व में ही रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. raipur news update निजी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट का खर्च 5 लाख से 11 लाख तक चला जाता है, जिस वजह से आर्थिक रूप से कमजोर लोग अपना ट्रांसप्लांट नहीं करवा पाते. kidney transplant in government hospital लेकिन अब लोगों को ट्रांसप्लांट के लिए आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि रायपुर एम्स मुफ्त में किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा.

Kidney transplant started in government hospital
AIIMS रायपुर में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू
author img

By

Published : Dec 30, 2022, 2:34 PM IST

AIIMS रायपुर में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू

रायपुर: AIIMS में किडनी ट्रांप्लान्ट के लिए दो अलग अलग ऑपरेशन थियेटर की भी व्यवस्था की गई है. Kidney transplant in chhattisgarh जहां एक ओटी में किडनी देने वाला का उपचार होगा. वहीं दूसरे में किडनी लेने वाले का ऑपरेशन किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक इस पूरी प्रक्रिया में 4 लाख का खर्चा आएगा. यह फीस आयुष्मान कार्ड से कटेगी. kidney transplant in government hospital यदि किसी के पास आयुष्मान कार्ड नहीं भी है तो शासकीय मूल्यों पर जो कि बेहद कम होगा मरीज का इलाज किया जाएगा. raipur news update इस ट्रांसप्लांट के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए रायपुर AIIMS के डायरेक्टर नितिन एम नागरकर से बात की गई.

सवाल: इस किडनी ट्रांसप्लांट को शुरू करने के लिए कितने दिनों से आप लोगों को मशक्कत करनी पड़ी?
जवाब: यूरोलॉजी व नेफ्रोलॉजी विभाग द्वारा कारीबन्न 2 से 3 साल से ही किडनी ट्रांसप्लांट की सर्विस शुरू करवाने के लिए हम कोशिश कर रहे थे. बाकी अन्य ब्रेन सर्विस हार्ट सर्विस व अन्य इलाज भी काफी सालों से एम्स द्वारा लोगों को दिया जा रहा है. कोविड के सिक मरीजों को भी बेहतर इलाज दिया गया.

सवाल: कितने समय से ये सर्विस आपने शुरू की?
जवाब: पिछले हफ्ते से ही ये सर्विस लोगों को देना शुरू किया जा चुका है वहीं दो लोगों को ट्रांसप्लांट भी किया गया है. साथ ही लखनऊ की विशेष टीम भी रायपुर टीम के साथ जुड़कर काम कर रही है.

सवाल: निजी अस्पतालों में किड़नी ट्रांसप्लांट महंगा होने की वजह से आर्थिक रूप से कमजोर लोग ट्रांप्लान्ट नहीं करवा पाते तो एम्स में इस इलाज हेतु फीस में कितनी छूट दी जाएगी ?
जवाब: ये बात बिल्कुल सत्य है कि यह प्रक्रिया बेहद खर्चीली होती है. डायलिसिस में ही काफी खर्चा आ जाता है. इन्ही कारणों को मुख्यतः से रखते हुए एम्स ने आयुष्मान कार्ड के जरिए मुफ्त में ट्रांसप्लांट किया जाएगा. बाकी राज्यों में भी इसकी व्यवस्था की गई है. जिसमें मेडिकल टर्म्स में पेशेंट के फिट होने पर उन्हें इलाज तुरंत मुहैया कराया जाएगा. वहीं हमारी टीम द्वारा कोशिश हमेशा रहेगी कि जितनी जल्दी हो सके सही समय पर मरीजों को उपचार मिल सके.

सवाल: सेटअप के दृष्टिकोण से कितने ओटी ट्रांप्लान्ट मरीजों के लिए तैयार किये गए हैं?
जवाब: दो सेपरेट आईसीयू की व्यवस्था की गई है जहां एक आइसीयू में किडनी निकाली जाएगी और दूसरी आईसीयू में किडनी ट्रांसप्लांट की जाएगी. वहीं एक सेपरेट वार्ड की भी व्यवस्था की गई है.

यह भी पढ़ें: happy new year 2023: रायपुर में नए साल सेलिब्रेशन के लिए दिशानिर्देश जारी, सुरक्षा व्यवस्था होगी सख्त


सवाल: कौन-कौन से विभाग ट्रांसप्लांट करेंगे?
जवाब: काफी सारे विभागों का इसमें योगदान है. यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और रेडियोलोजी विभाग मिलकर इसमें काम कर रहे हैं.

सवाल: कितने लोगों ने अबतक रजिस्ट्रेशन कराया है?
जवाब: रिकॉर्ड के अनुसार रजिस्ट्रेशन की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है व सारे लीगल प्रोसेस के बाद ही उनका ट्रांप्लान्ट किया जाएगा.

सवाल: मृत व्यक्ति के किडनी को कबतक ट्रांसप्लांट किया जाएगा?
जवाब: कैडीएवरी ट्रांसप्लांट की परमिशन हमे मिल चुकी है.अगर कैडीएवरी ट्रांप्लान्ट अधिक होने की संभावना दिख रही है.

AIIMS रायपुर में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू

रायपुर: AIIMS में किडनी ट्रांप्लान्ट के लिए दो अलग अलग ऑपरेशन थियेटर की भी व्यवस्था की गई है. Kidney transplant in chhattisgarh जहां एक ओटी में किडनी देने वाला का उपचार होगा. वहीं दूसरे में किडनी लेने वाले का ऑपरेशन किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक इस पूरी प्रक्रिया में 4 लाख का खर्चा आएगा. यह फीस आयुष्मान कार्ड से कटेगी. kidney transplant in government hospital यदि किसी के पास आयुष्मान कार्ड नहीं भी है तो शासकीय मूल्यों पर जो कि बेहद कम होगा मरीज का इलाज किया जाएगा. raipur news update इस ट्रांसप्लांट के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए रायपुर AIIMS के डायरेक्टर नितिन एम नागरकर से बात की गई.

सवाल: इस किडनी ट्रांसप्लांट को शुरू करने के लिए कितने दिनों से आप लोगों को मशक्कत करनी पड़ी?
जवाब: यूरोलॉजी व नेफ्रोलॉजी विभाग द्वारा कारीबन्न 2 से 3 साल से ही किडनी ट्रांसप्लांट की सर्विस शुरू करवाने के लिए हम कोशिश कर रहे थे. बाकी अन्य ब्रेन सर्विस हार्ट सर्विस व अन्य इलाज भी काफी सालों से एम्स द्वारा लोगों को दिया जा रहा है. कोविड के सिक मरीजों को भी बेहतर इलाज दिया गया.

सवाल: कितने समय से ये सर्विस आपने शुरू की?
जवाब: पिछले हफ्ते से ही ये सर्विस लोगों को देना शुरू किया जा चुका है वहीं दो लोगों को ट्रांसप्लांट भी किया गया है. साथ ही लखनऊ की विशेष टीम भी रायपुर टीम के साथ जुड़कर काम कर रही है.

सवाल: निजी अस्पतालों में किड़नी ट्रांसप्लांट महंगा होने की वजह से आर्थिक रूप से कमजोर लोग ट्रांप्लान्ट नहीं करवा पाते तो एम्स में इस इलाज हेतु फीस में कितनी छूट दी जाएगी ?
जवाब: ये बात बिल्कुल सत्य है कि यह प्रक्रिया बेहद खर्चीली होती है. डायलिसिस में ही काफी खर्चा आ जाता है. इन्ही कारणों को मुख्यतः से रखते हुए एम्स ने आयुष्मान कार्ड के जरिए मुफ्त में ट्रांसप्लांट किया जाएगा. बाकी राज्यों में भी इसकी व्यवस्था की गई है. जिसमें मेडिकल टर्म्स में पेशेंट के फिट होने पर उन्हें इलाज तुरंत मुहैया कराया जाएगा. वहीं हमारी टीम द्वारा कोशिश हमेशा रहेगी कि जितनी जल्दी हो सके सही समय पर मरीजों को उपचार मिल सके.

सवाल: सेटअप के दृष्टिकोण से कितने ओटी ट्रांप्लान्ट मरीजों के लिए तैयार किये गए हैं?
जवाब: दो सेपरेट आईसीयू की व्यवस्था की गई है जहां एक आइसीयू में किडनी निकाली जाएगी और दूसरी आईसीयू में किडनी ट्रांसप्लांट की जाएगी. वहीं एक सेपरेट वार्ड की भी व्यवस्था की गई है.

यह भी पढ़ें: happy new year 2023: रायपुर में नए साल सेलिब्रेशन के लिए दिशानिर्देश जारी, सुरक्षा व्यवस्था होगी सख्त


सवाल: कौन-कौन से विभाग ट्रांसप्लांट करेंगे?
जवाब: काफी सारे विभागों का इसमें योगदान है. यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और रेडियोलोजी विभाग मिलकर इसमें काम कर रहे हैं.

सवाल: कितने लोगों ने अबतक रजिस्ट्रेशन कराया है?
जवाब: रिकॉर्ड के अनुसार रजिस्ट्रेशन की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है व सारे लीगल प्रोसेस के बाद ही उनका ट्रांप्लान्ट किया जाएगा.

सवाल: मृत व्यक्ति के किडनी को कबतक ट्रांसप्लांट किया जाएगा?
जवाब: कैडीएवरी ट्रांसप्लांट की परमिशन हमे मिल चुकी है.अगर कैडीएवरी ट्रांप्लान्ट अधिक होने की संभावना दिख रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.