रायपुर : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है. अजीत जोगी के बेहद करीबी माने जाने वाले और मरवाही के विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस ज्वॉइन कर लिया है. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के अनुमति से कांग्रेस में प्रवेश किया है.
इसके बाद ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचकर सीएम भूपेश बघेल से भी मुलाकात की. बता दें कि ज्ञानेंद्र उपाध्याय अजीत जोगी के बेहद करीबी माने जाते हैं, बताया जाता है कि अजीत जोगी के चुनावी मैनेजमेंट में भी उनकी अहम भूमिका होती थी. उनका कांग्रेस में प्रवेश अमित जोगी के लिए बड़े झटके की तरह है.
सफल चुनाव संचालन के लिए जाने जाते है उपाध्याय
- ज्ञानेंद्र उपाध्याय 1980 से मरवाही पेंड्रा क्षेत्र में सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं.
- इस क्षेत्र में जनपद अध्यक्ष, मंडी अध्यक्ष समेत कांग्रेस के विभिन्न पदों पर वे कार्य कर चुके हैं.
- वे मरवाही विधानसभा क्षेत्र में सफल चुनाव संचालन के लिए भी जाने जाते रहे हैं.
- भंवर सिंह पोर्ते के वक्त से ही चुनाव मैनेजमेंट का काम करते आए हैं.
- माना जाता है कि इस विधानसभा क्षेत्र में बूथ लेवल तक उनकी पैठ है.
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विनोद तिवारी की अहम भूमिका
बताया जा रहा है कि उनकी वापसी में कांग्रेस नेता विनोद तिवारी की अहम भूमिका है. विनोद तिवारी ने अजीत जोगी के समय जेसीसी(जे) में शामिल हुए थे लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया था.