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भगवान राम के ननिहाल में दीपावली की रौनक, कौशल्या माता मंदिर 35 हजार दीयों से जगमग - भगवान राम की ननिहाल चंदखुरी

दिवाली पर माता कौशल्या मंदिर जगमगा उठा. भगवान राम के ननिहाल में 31 हजार दीये जलाए गए. पूजा अर्चना के साथ सियावर रामचंद्र के जयकारे गूंजे. माता कौशल्या मंदिर में हर तरफ दीयों की रौशनी दिखाई दे रही थी.

कौशल्या मंदिर जगमगा उठा
कौशल्या मंदिर जगमगा उठा
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Published : Oct 24, 2022, 9:15 AM IST

Updated : Oct 24, 2022, 1:41 PM IST

रायपुर: भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी में दिवाली के मौके पर करीब 31 हजार दीये जलाए गए. माता कौशल्या के मंदिर में 31 हजार दीये जलाए गए. इसके लिये भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के साथ राजीव युवा मितान क्लब के लोग मंदिर परिसर पहुंचे थे. पिछले तीन साल से दिवाली के दिन हमर राम सांस्कृतिक समिति यहां दीपदान करती है. एक और खास बात यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राम वन गमन परिपथ के चिह्नित स्थलों में माता कौशल्या माता मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है.

यह भी पढ़ें: Diwali Puja 2022: दीपों का पर्व दीपावली पर ऐसे करें लक्ष्मी देवी की पूजा

माता कौशल्या मंदिर में दीपोत्सव: रायपुर समेत अनेक जिलों से राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य दीप दान करते हैं. दीप दान से पूर्व राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों ने पहले माता कौशल्या धाम चंदखुरी में मंदिर परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया. फिर रंगोली और फूलों से परिसर को सजाया. वहीं संध्या बेला में माता कौशल्या मंदिर प्रांगण को 31 हजार दीयों से रोशन किया गया. दीयों की सजावट से ही जय सिया राम उकेरा गया. दीप दान के बाद रंग बिरंगे पटाखों से आतिशबाजी कर चंदखुरी के आसमान को जगमग किया गया. इस दौरान विधायक देवेन्द्र यादव विशेष रूप से मौजूद रहे.

भगवान राम के ननिहाल में दीपावली की रौनक

चंद्रखुरी माता कौशल्या की जन्मभूमि: रायपुर से लगे चंदखुरी को माता कौशल्या की जन्मभूमि माना जाता है.इस लिहाज से चंदखुरी भगवान राम के ननिहाल के रूप में प्रसिद्ध है. भगवान राम ने अपने बाल्यपन का काफी समय भी अपने ननिहाल में बिताया है. वहीं वनवास के 14 वर्ष में से लगभग 10 वर्ष की अवधि वे छत्तीसगढ़ के अलग-अलग स्थानों पर रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भगवान राम की स्मृतियों को चिरस्थायी बनाने और उन स्थलों के धार्मिक महत्व को समझते हुए उन्हें धर्मस्थल के साथ ही पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू किया है. इसके लिए राम वन पथ गमन मार्ग के कुल 75 स्थलों का चयन किया गया है. जिसमें से प्रथम चरण में 9 स्थलों का भव्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसकी शुरुआत माता कौशल्या धाम से की गई है.

मुख्यमंत्री बघेल की पहल पर ही विश्व में एकमात्र माता कौशल्या के मंदिर का जीर्णोद्धार और आकर्षक सौंदर्यीकरण कराया गया है. दूसरे स्थल के रूप में माता शबरी की नगरी शिवरीनारायण को भी विकसित किया जा चुका है. आज दीपावली की पूर्व संध्या पर विधायक देवेन्द्र यादव के नेतृत्व में राजीव युवा मितान क्लब के लगभग 200 सदस्यों ने माता कौशल्या धाम चंदखुरी स्थित मंदिर प्रांगण में सफाई के बाद 31 हजार दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाया. इस दौरान भव्य आतिशबाजी भी की गई. दीप दान के लिए चंद्रखुरी समेत आसपास के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे.

रायपुर: भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी में दिवाली के मौके पर करीब 31 हजार दीये जलाए गए. माता कौशल्या के मंदिर में 31 हजार दीये जलाए गए. इसके लिये भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के साथ राजीव युवा मितान क्लब के लोग मंदिर परिसर पहुंचे थे. पिछले तीन साल से दिवाली के दिन हमर राम सांस्कृतिक समिति यहां दीपदान करती है. एक और खास बात यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राम वन गमन परिपथ के चिह्नित स्थलों में माता कौशल्या माता मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है.

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माता कौशल्या मंदिर में दीपोत्सव: रायपुर समेत अनेक जिलों से राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य दीप दान करते हैं. दीप दान से पूर्व राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों ने पहले माता कौशल्या धाम चंदखुरी में मंदिर परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया. फिर रंगोली और फूलों से परिसर को सजाया. वहीं संध्या बेला में माता कौशल्या मंदिर प्रांगण को 31 हजार दीयों से रोशन किया गया. दीयों की सजावट से ही जय सिया राम उकेरा गया. दीप दान के बाद रंग बिरंगे पटाखों से आतिशबाजी कर चंदखुरी के आसमान को जगमग किया गया. इस दौरान विधायक देवेन्द्र यादव विशेष रूप से मौजूद रहे.

भगवान राम के ननिहाल में दीपावली की रौनक

चंद्रखुरी माता कौशल्या की जन्मभूमि: रायपुर से लगे चंदखुरी को माता कौशल्या की जन्मभूमि माना जाता है.इस लिहाज से चंदखुरी भगवान राम के ननिहाल के रूप में प्रसिद्ध है. भगवान राम ने अपने बाल्यपन का काफी समय भी अपने ननिहाल में बिताया है. वहीं वनवास के 14 वर्ष में से लगभग 10 वर्ष की अवधि वे छत्तीसगढ़ के अलग-अलग स्थानों पर रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भगवान राम की स्मृतियों को चिरस्थायी बनाने और उन स्थलों के धार्मिक महत्व को समझते हुए उन्हें धर्मस्थल के साथ ही पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू किया है. इसके लिए राम वन पथ गमन मार्ग के कुल 75 स्थलों का चयन किया गया है. जिसमें से प्रथम चरण में 9 स्थलों का भव्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसकी शुरुआत माता कौशल्या धाम से की गई है.

मुख्यमंत्री बघेल की पहल पर ही विश्व में एकमात्र माता कौशल्या के मंदिर का जीर्णोद्धार और आकर्षक सौंदर्यीकरण कराया गया है. दूसरे स्थल के रूप में माता शबरी की नगरी शिवरीनारायण को भी विकसित किया जा चुका है. आज दीपावली की पूर्व संध्या पर विधायक देवेन्द्र यादव के नेतृत्व में राजीव युवा मितान क्लब के लगभग 200 सदस्यों ने माता कौशल्या धाम चंदखुरी स्थित मंदिर प्रांगण में सफाई के बाद 31 हजार दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाया. इस दौरान भव्य आतिशबाजी भी की गई. दीप दान के लिए चंद्रखुरी समेत आसपास के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे.

Last Updated : Oct 24, 2022, 1:41 PM IST
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