रायपुरः राजधानी के एक सराफा व्यापारी को कोतवाली पुलिस ने दबिश देकर दिल्ली के लक्ष्मीनगर से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अभी दो और फरार सराफा व्यापारियों की तलाश कर रही है. तीनों आरोपी 27 जून को 3 किलो सोने के गहने लेकर रायपुर से फरार हो गए थे, जिसके बाद से ही पुलिस को तीनों की तलाश थी.
व्यापारियों ने कारीगरों का विश्वास जीतकर घटना को दिया अंजाम
दरअसल, अप्रैल 2019 में कमल उर्फ कुणाल हांडा और उसके दो साथियों ने मिलकर सदर बाजार में सिया राम ज्वेलर्स के नाम से एक दुकान खोली, जिसके बाद कारीगरों को आभूषण बनाने का ऑर्डर देते और उनके पास से माल खरीदा करते थे. माल खरीदने के बाद बकायदा कारीगरों को पेमेंट भी किया जाता था. इस तरह से तीनों व्यापारियों ने कारीगरों का विश्वास जीतकर घटना को अंजाम दिया. तीनों व्यापारियों ने मिलकर 6 कारीगरों से लगभग 3 किलो सोने के गहने लेकर बिना पेमेंट किए रायपुर से फरार हो गए थे.
धोखाधड़ी का अहसास होने पर कारीगरों ने दर्ज कराया था मामला
धोखाधड़ी का एहसास होने पर कारीगरों ने पुलिस थाना कोतवाली में 27 जून 2019 को कुणाल, मनोज और बी कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई थी. आरोपी जहां रहते थे वहां जाकर पतासाजी करने पर पता चला कि आरोपी फर्जी आईडी के जरिए फ्लैट लेकर रह रहे थे.
पुलिस लगातार तीनों आरोपियों की तलाश कर रही थी और ज्यादा दिन तक आरोपी पुलिस से बच नहीं सका. मंगलवार को पुलिस ने तीनों में से एक आरोपी को गिरफ्तार कर ही लिया. पकड़े गए आरोपी से पुलिस ने सोने के बारे में पूछताछ की, जिस पर आरोपी का कहना है कि, 'पूरा सोना उसके दोनों साथी लेकर फरार हो गए हैं'. फरार आरोपियों में वी कुमार और मनोज जोधपुर राजस्थान के रहने वाले हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.