रायपुर: अनलॉक-1.0 में देशभर में शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट और धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है. इधर छत्तीसगढ़ में भी 26 जून से मॉल खोल दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ में मॉल तो खुल गए, लेकिन उसमें भी सिर्फ 50 प्रतिशत दुकानें ही खुली हैं. इसके अलावा कस्टमर भी अब पहले जैसे नहीं पहुंच रहे हैं.
मॉल खुले लेकिन अब भी है सन्नाटा
राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर के मॉल खोल दिए गए हैं. इसके लिए सरकार ने सुरक्षा के कड़े नियम फॉलो करने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मॉल में घुसने से पहले सैनिटाइजर, मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी जरूरी होगा, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत ही नहीं पड़ रही है. क्योंकि अब पहले जैसे लोगों की भीड़ मॉल में नहीं पहुंच रही है. सिर्फ 10 से 20 प्रतिशत लोग ही मॉल पहुंच रहे हैं.
मॉल में 50 प्रतिशत दुकानें खुली
मॉल में अब भी सिर्फ 50 प्रतिशत दुकानें ही खुली हैं. बात करें राजधानी रायपुर की तो यहां कुल 5 मॉल हैं. जिसमें से 3 मॉल सबसे बड़े हैं. जो रायपुर के सेंटर में पड़ते हैं. हर मॉल में करीब 100 दुकानें हैं. जिसमें 50 प्रतिशत दुकानें खुल चुकी हैं. लॉकडाउन में 3 महीने बंद रहने की वजह से लगभग करोड़ों का नुकसान इन मॉल दुकान संचालकों को हुआ है. सिनेमाघर और फूड कोर्ट अभी भी बंद हैं. जिससे लोग पहले की तरह हर वीकेंड पर मॉल नहीं पहुंच रहे हैं. इस वजह से 50 प्रतिशत दुकानें खुलने के बाद भी दुकान संचालकों को कोई फायदा नहीं हो रहा है.
सिर्फ 10 फीसदी लोग पहुंच रहे मॉल
मॉल के दुकान संचालकों ने बताया कि पहले से ही उन्हें करोड़ों का नुकसान हो चुका है, लेकिन अब मॉल खुलने के बाद उन्हें कोई कमाई नहीं हो रही है. दुकानदार उम्मीद लगाए बैठे हैं कि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक उनकी दुकान में आए और 3 महीने से नुकसान में चल रही उनकी दुकान में थोड़ी-बहुत खरीदारी हो. कई दुकान ये भी सोच रहे हैं कि कोरोना वायरस के डर के कारण अब भी लोग पब्लिक प्लेस में जाने में उतना इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे हैं. जरूरी सामान लेने या कोई खरीदारी करने के लिए बाजार जाना लोगों की मजबूरी है. लेकिन इस संकट काल में परिवार के साथ मॉल घूमना लोग जरूरी नहीं समझ रहे. इस वजह से भी लोग मॉल नहीं पहुंच रहे हैं. शादी के सीजन को देखते हुए कई दुकान संचालकों ने मॉल का ज्यादा स्टॉक मंगाया था, लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन के कारण उनका पूरा माल बचा हुआ है. इसके अलावा बिना कमाई के भी उन्हें मॉल में लगातार भारी-भरकम किराया देना पड़ रहा है. जिससे भी मॉल के दुकान संचालकों में मायूसी है.
'बाहर से ज्यादा सुरक्षित हैं मॉल'
मॉल दुकान संचालकों की मानें तो बाहर के मुकाबले मॉल काफी सुरक्षित है. सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से पालन किया जा रहा है. साथ ही जो व्यक्ति या ग्राहक मॉल में आ रहा है उसकी भी थर्मल स्कैनिंग की जा रही है.
'अब पहले जैसी रौनक नहीं'
3 महीने बाद मॉल घूमने पहुंचे ग्राहकों का भी कहना है कि मॉल में अब पहले जैसी रौनक देखने को नहीं मिल रही है. हालांकि मॉल की सुरक्षा के लेकर लोग काफी खुश दिखे. ग्राहकों की मानें तो मॉल में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है. सभी को सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनिंग के बाद ही अंदर भेजा जा रहा है.