रायपुर: 5 राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. उससे पहले जो एग्जिट पोल के सर्वे सामने आए हैं. उसने सियासी गलियारों की हलचल बढ़ा दी है. जहां जिस पार्टी के पक्ष में आंकड़े हैं वो इतरा रही है, जहां जिसके पक्ष में नहीं हैं, वो 3 दिसंबर को बड़ा उलटफेर का दावा कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ बीजेपी का दावा: एग्जिट पोल के सर्वे छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस के पक्ष में है. हालांकि छत्तीसगढ़ बीजेपी के नेता इसे नहीं मान रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि, बीजेपी छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा कि, ''हम एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों का सम्मान करते हैं. हालांकि, जिस तरह से हमारे कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया है, हम छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं, बाकी दोनों राज्यों में हमारी स्थिति पहले से बेहतर होगी. देश के नागरिकों को पीएम और डबल इंजन सरकार पर भरोसा है. भाजपा निकट भविष्य में बड़ी ताकत के साथ आगे बढ़ेगी."
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का क्या है कहना: प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा कि, एक्जिट पोल मात्र एक सर्वे है.जनता कांग्रेस और भूपेश सरकार के कुशासन की विदाई चाहती है, छत्तीसगढ़ में कमल खिलेगा. आगे उन्होंने कहा कि, गिनती के घंटों के लिए कांग्रेसी खुशफहमी में जी लें, तीन दिसंबर को तो उनका सत्ता में लौटने का सपना चूर-चूर हो ही जाना है.छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने दावा किया है कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता का आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी को प्राप्त हो रहा है, और प्रदेश में स्पष्ट बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी.चंदेल ने कहा कि जनता ने इस बार के चुनाव में बदलाव के लिए जनादेश दिया है, और अब "सी-एम" सी यानी कांग्रेस और एम यानी माओवाद वाली सरकार से छत्तीसगढ़ को मुक्ति मिलेगी.
मोदी का वादा, जनता को भाया: नारायण चंदेल ने दावा करते हुए कहा कि, पिछले विधानसभा चुनाव में वोट शेयर का जो 10 फीसदी का अंतर था, वह इस बार के चुनाव में कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित नहीं होगा, और इसके चलते कांग्रेस भारी नुकसान उठा रही है. चंदेल ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम और भाजपा के घोषणा पत्र 'मोदी की गारंटी' ने भाजपा के प्रति जन-विश्वास को बढ़ाया. पूरे प्रदेश में भाजपा के पक्ष में सकारात्मक वातावरण बना. भाजपा की महतारी वंदन योजना को प्रदेश की मातृ-शक्ति का अच्छा रिस्पॉन्स मिला है.
कांग्रेस ने वादा पूरा नहीं किया: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा कि, गंगाजल की सौगंध खाकर पूर्ण शराबबंदी के वादे से मुकर चुकी कांग्रेस को इसकी कीमत इस चुनाव में चुकानी पड़ रही है. एक ओर जहां नशाखोरी और अपराधों ने महिलाओं के सम्मान और स्वाभिमान को लहूलुहान किया, वहीं युवाओं में पीएससी में हुए घोटालों को लेकर जबरदस्त आक्रोश था. कर्ज में डूबे सैकड़ों किसानों का कांग्रेस के कुशासन में आत्महत्या के लिए विवश होना. कांग्रेस और भूपेश सरकार के किसान विरोधी राजनीतिक चरित्र का प्रमाण था. कांग्रेसी अपनी सरकार बनने की खुशफहमी में जी लें, तीन दिसंबर को तो उनका सत्ता में लौटने का सपना चूर-चूर हो ही जाना है.