रायपुर: ईडी ने शुक्रवार को रायपुर की कोर्ट में चालान पेश कर दिया है. यह चालान आईएएस समीर बिश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल से जुड़ा मामला है. इन चारों ही आरोपियों ने करोड़ों रुपयों की हेराफेरी कैसे की है और कैसे आईएएस समीर विश्नोई ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी ताकतों का इस्तेमाल किया है. इस चार्जशीट में अदालत को पूरी जानकारी ईडी ने पेश की है. ईडी के अफसरों ने शुक्रवार को गुपचुप तरीके से चार्जशीट पेश कर दी है. हालांकि चार्जशीट शनिवार 10 दिसंबर को पेश किया जाना था.
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सूत्रों के मुताबिक ईडी ने अपनी चार्जशीट में चारों आरोपियों आईएएस समीर विश्नोई, कारोबारी लक्ष्मीकांत, सुनील अग्रवाल और सूर्यकांत द्वारा की गई. आर्थिक गड़बड़ियों का जिक्र किया है. पहले भी ईडी ने कोर्ट को बताया कि जिन दस्तावेजों को आयकर विभाग ने ईडी से साझा किया है. उक्त दस्तावेज में अवैध उगाही के संबंध में जानकारी है, जिसमें 16 महीनों में कोयला परिवहन से 500 करोड़ों रुपए की वसूली हुई है और यह रकम बांटी गई है.
मंगलवार 6 दिसंबर को ईडी ने मनी लॉड्रिंग मामले में सभी आरोपियों को पेश किया था, जिसमें कई घंटे की सुनवाई के बाद उन्हें कोई राहत नहीं मिली. कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल को कोर्ट ने 10 दिसंबर तक जेल भेज दिया है. मुख्यमंत्री के उप सचिव सौम्या चौरसिया को 10 दिसंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है. 10 दिसंबर शनिवार को यह सभी फिर से रायपुर कोर्ट में पेश किए जाएंगे.