रायपुर/हैदराबाद : महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करते समय सफेद या लाल रंग के कपड़े पहनकर ही बैठें. पूजा में बिना सिले वस्त्र धारण करें. सूर्योदय के पूर्व उठकर शिवलिंग की पूजा जरूर करें. शिवलिंग की पूजा करने से ही व्रत सफल होता है. पूजा प्रदोष काल में ही करें. पौराणिक मान्यता है कि इस काल में स्वयं भगवान शिव शिवलिंग पर विराजित रहते हैं.
भगवान शिव को पूजन में सफेद फूल अर्पित करें. सफेद फूलों से भगवान शिव की पूजा शुभ और लाभप्रद मानी गई है. पूजन के दौरान भगवान शिव के साथ माता पार्वती का भी स्मरण करें. बेल पत्र पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर अर्पित करें. पूजा के दौरान शिव को अक्षत अर्पित करें. महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व रात में भगवान शिव का जागरण जरूर करें. जागरण करने से महाशिवरात्रि का पूर्ण फल प्राप्त होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा के पूर्व नंदी की पूजा अवश्य करनी चाहिए. बैल को हरा चारा खिलाना चाहिए क्योंकि बैल को नंदी का रूप माना जाता है. नंदी भगवान शिव को बेहद ही प्रिय हैं.
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महाशिवरात्रि के दिन क्या ना करें : महाशिवरात्रि पर्व के दिन काले या सिले हुए वस्त्र ना पहनें. काले रंग का वस्त्र धारण करना इस दिन अशुभ माना जाता है. महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर चढ़ाई गई चीजों का बिल्कुल सेवन न करें. यदि आप शिवलिंग पर जल चढ़ा रहे हैं तो शंख से जल ना चढ़ाएं. भगवान भोलेनाथ को तांबे या पीतल के लोटे से ही जल अर्पित करें.
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग न करें. पूजा में केतकी और चंपा के फूलों का प्रयोग भी न करें. पुराणों की मानें तो शिव वैरागी हैं और हल्दी, कुमकुम शुभता का प्रतीक माना जाता है इसलिए शिव की पूजा में हल्दी और कुमकुम का प्रयोग बिल्कुल ना करें. इस दिन भूलकर भी घर में कलह नहीं करना चाहिए और न ही किसी को अपशब्द बोलना चाहिए. किसी भी पशु को न तो सताना चाहिए और न ही मारना चाहिए.