रायपुर : पीएल पुनिया (PL Punia) के दिये गए बयान पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik) कौशिक ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि आज कांग्रेस देश में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. मुझे समझ नहीं आता कि आखिर संघ प्रमुख के छत्तीसगढ़ (Sangh chief visit to Chhattisgarh) दौरे को लेकर कांग्रेस में इतनी बेचैनी क्यों है.
मदकू द्वीप का महत्व क्या, यह कांग्रेस को पता नहीं...
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि संघ प्रमुख के छत्तीसगढ़ प्रवास से कांग्रेस में बेचैनी बढ़ी है. आखिर इतनी घबराहट क्यों है कि प्रदेश के प्रभारी पीएल पुनिया से लेकर उनके राज्य के प्रवक्ता तक चिंता जाहिर करने लगे हैं. स्वाभाविक रूप से उनका प्रवास देशभर में होता है और उसे प्रवास के क्रम में छत्तीसगढ़ का प्रवास का कार्यक्रम तय हुआ है. जहां तक स्थान को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया जा रहा है तो मैं कांग्रेस के प्रभारी पूनिया जी से और आनंद शुक्ला और उनके तमाम नेताओं से आग्रह करना चाहता हूं कि जो पहचान आपने मदकू द्वीप को लेकर बताई है, शायद वह तथ्य से परे है. आपको यही नहीं मालूम है कि मदकू द्वीप (Madaku Island) का महत्व क्या है.
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मदकू ऋषि का आश्रम रहा, यह है आस्था का केंद्र : नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मदकू द्वीप के बारे में बोलने से पहले उसको देखना चाहिए. यह मदकू ऋषि (Madaku Rishi Ashram) का आश्रम रहा है और जिस प्रकार से उनकी तपस्या स्थली रही है, बाद में अबवंश द्वारा यह मदकू से मदकू द्वीप हुआ है. आज मदकू द्वीप के रूप में इसकी पहचान है, जहां पर वर्षों से मेला लगता आ रहा है. वहां मंदिर है. खुदाई में पुरातत्व द्वारा वहां पर 12 ज्योतिर्लिंग और शिवलिंग प्राप्त हुए हैं. पर्यटन के बड़े केंद्र है और आस्था का केंद्र है, जहां लोग आकर डुबकी लगाते हैं.
कांग्रेस के लोग बिना सोचे-समझे देते हैं बयान, यह हास्यास्पद...
जिस प्रकार से कांग्रेस के लोग बिना जाने-समझे जिस प्रकार के बयान देते हैं, वह बहुत ही हास्यास्पद है. कांग्रेस मदकू द्वीप के बारे में पहले जानें, अध्ययन करें और फिर अपनी बात रखें. जहां तक संघ प्रमुख की बात है, स्वाभाविक रूप से उनका प्रवाह होता है और उस दृष्टिकोण से उनका जो कार्यक्रम तय हुआ है. लेकिन कांग्रेस की परेशानी स्पष्ट बता रही है, उनकी भाषा स्पष्ट बता रही है कि वो किस प्रकार की भाषा का उपयोग करते हैं. लेकिन जिनके बारे में वो चिंतित हो रहे हैं, पूरे देश में कांग्रेस अस्तित्व की लड़ाई में लगी हुई है. आज कांग्रेस कहां है, पूरे देश में ये सब जानते हैं. इसलिए कांग्रेस के लोग आज इस बात को लेकर बेचैनी महसूस कर रहे हैं.
मदकू द्वीप में कार्यक्रम के बाद रायपुर के जागृति मंडल जाएंगे भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बिलासपुर और रायपुर शाखा के स्वयंसेवकों द्वारा बीते एक माह से (दोनों केंद्रों पर) घोष का सतत अभ्यास किया जा रहा है. इसमें से चिह्नित घोष वादकों का घोष प्रदर्शन कार्यक्रम शुक्रवार 19 नवम्बर 2021 को मदकू द्वीप मुंगेली में होगा. यह कार्यक्रम दोपहर 3 बजे से शुरू होगा. इसमें संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे. गौरतलब है कि मदकू द्वीप में कार्यक्रम के बाद मोहन भागवत रायपुर के जागृति मंडल जाएंगे और आरएसएस के कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे.
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विधानसभा चुनाव में धर्मांतरण को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में जुटी है भाजपा
इधर, बीजेपी मिशन 2023 के लिए धर्मांतरण (Conversion) को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में जुटी हुई है. प्रदेश में सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता सरकार पर हमलावर हैं. इसको लेकर राजधानी रायपुर सहित सभी जिलों में सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन और आंदोलन हो रहे हैं. मोहन भागवत सभी समाज के प्रमुखों से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर भी चर्चा करेंगे. वहीं मदकू द्वीप के कार्यक्रम में बीजेपी नेता भी शामिल होंगे. जानकारों के मुताबिक बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में आरएसएस को साथ लेकर सत्ता साधने की तैयारी में है. जबकि कांग्रेस का मानना है कि प्रदेश में धर्मांतरण कोई मुद्दा ही नहीं है.
भाजपा की जमीन खिसक रही, इसलिए आरएसएस सक्रिय : पीएल पुनिया
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन (RSS chief Mohan Bhagwat) भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि आरएसएस को लग रहा है कि भाजपा की जमीन प्रदेश में खिसक रही है, इसलिए आरएसएस सक्रिय हुआ है. अपने तीन दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ पहुंचे कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने मदकू द्वीप में आयोजित कार्यक्रम के मद्देनजर सरसंघचालक मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे पर कहा कि आरएसएस राजनीतिक दल की तरह पूरा जोर लगाए हुए है.
कार्यक्रम में पूर्ण गणवेश में प्रदर्शन करेंगे 100 से अधिक घोष वर्ग के स्वयंसेवक
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत 19 नवंबर को छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. भागवत रायपुर से करीब 80 किलोमीटर दूर बिलासपुर के पास मदकू द्वीप में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. कार्यक्रम में 100 से अधिक घोष वर्ग के स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में प्रदर्शन करेंगे.