रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरा दिन रहा. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने विधानसभा की कार्यवाही की शुरुआत में कोरोना जांच से जुड़ी जानकारी और पत्रकारों के लिए किए विशेष इंतेजाम के बारे में जानकारी साझा की. इसके बाद सवाल-जवाब का दौर शुरू हुआ.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर सारे वरिष्ठ अधिकारियों को दरकिनार कर कनिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर सवाल उठाया.
'वरिष्ठ अधिकारियों को हटाकर कनिष्ठ अधिकारियों को दी जिम्मेदारी'
धरमलाल कौशिक ने कहा, 'इस संबंध में मैने पत्र भी लिखा है. 9 माह तक मुझे मंत्री की ओर से पत्र का जवाब नहीं आया हैं. अभी भी कहा जा रहा है कि प्रक्रियाधीन है. ऐसे मामलों को प्रक्रियाधीन नहीं रखा जाना चाहिए. तत्काल जांच कराकर जिन्हें हटाया जाना है, उन्हें हटाना चाहिए. अगर आवश्यकता किसी का आरोप पत्र वापस लेने की है तो आरोप पत्र वापस लेना चाहिए.'
इसके जवाब में PWD मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि, 'आप लोगों ने पहले डीपीसी कर दिया होता तो आज यह स्थिति नहीं आती.' ताम्रध्वज साहू ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार ऐतिहासिक ढंग से काम कर रही है.
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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किन-किन अधिकारियों के खिलाफ कोई प्रकरण चल रहा है? कोई मामला न्यायालय में लंबित है? इस पर लोक निर्माण विभाग मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि, 'ईएनसी का जो पद होता है, योग्यता और कार्यक्षमता के अनुसार ही जिम्मेदारी दी जाती है. ऐसा ही 2012 से 2018 के बीच भी जिम्मेदारी दी गई थी. पांचवें क्रम के अधिकारी को आप लोगों ने ईएनसी बनाया था.'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिनके विरुद्ध विभागीय जांच चल रही है, मामले न्यायालय में लंबित है. ऐसे लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. ऐसे कौन से गुण हैं, इन लोगों में? इसकी जानकारी सदन को देनी चाहिए.