रायपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच भारत सरकार ने आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) नाम का मोबाइल एप लॉन्च किया है. सरकार इस एप के जरिए संक्रमित लोगों की लोकेशन को ट्रैक कर सकेगी. साथ ही सरकार इस प्लेटफॉर्म के जरिए यह जान सकेगी कि यूजर्स मरीजों के संपर्क में है या नहीं. कहा जा रहा है कि इस एप के जरिए कोरोना संक्रमित लोगों और होम क्वॉरंटाइन पर रखे गए लोगों पर नजर रखी जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में देशवासियों से 'आरोग्य सेतु एप' डाउनलोड करने का आग्रह किया. यह एप कोरोनावायरस को नियंत्रित करने और उसकी जानकारी सामान्य लोगों तक पहुंचाने के लिए बनाया गया है. यह खास एप आसपास मौजूद कोरोना पॉजिटिव लोगों के बारे में पता लगाने में भी मदद करेगा.
लाखों लोगों ने किया डाउनलोड किया
आरोग्य सेतु एप के लॉन्च होने के कुछ ही समय में एक करोड़ से अधिक लोगों ने इसे डाउनलोड किया है. सरकार का यह एप लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद करता है. एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्मार्ट फोन पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है. इस खास एप के जरिए आसपास मौजूद कोरोना पॉजिटिव लोगों के बारे में पता लगाने में मदद मिलेगी.
आपको करना होगा ये जरूरी काम
यह एप ब्लू टूथ और लोकेशन को ऑन रखने को कहता है. जब भी आप किसी भीड़ भाड़ वाले स्थान पर जाते हैं. यह एप ब्लू टूथ से आस पास के मोबाइल से संदेश लेता देता रहता है. जब आप किसी के पास खड़े हैं और पास खड़ा व्यक्ति भी ग्रीन जोन वाला नॉर्मल व्यक्ति ही है पर अगर वह व्यक्ति आज से 10 दिनों बाद किसी कारण से कोरोना पॉजिटिव हो जाएगा तो यह एप आपको तुरंत सतर्क कर देगा. ऐसे में आप अपनी जांच सुनिश्चित करवा सकते हैं. यह एप आपको हॉट स्पॉट की सूचना भी दे देगा, ताकि आप रास्ता बदल लें.
- आप इसे प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं. सर्च में जा कर 'AarogyaSetu' टाइप करें और डाउनलोड करके इंस्टॉल कर लें.
- आपके मोबाइल के ब्लूटूथ, स्थान और मोबाइल नंबर का उपयोग करके ऐसा किया जाता है.
- डाउनलोड किए जाने के बाद यह एप पूछता है कि क्या आपको खांसी, बुखार या सांस लेने में परेशानी आदि है. यदि आपको ऐसी कोई समस्या नहीं है, तो आप ग्रीन जोन में रहेंगे.
- अगर कोई व्यक्ति इलाज के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो संक्रमित व्यक्ति का मोबाइल नंबर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बनाए गए रजिस्टर में शामिल होगा और एप पर भी इस सूचना को अपडेट किया जाएगा.
- ये एप्लीकेशन 11 भाषाओं में उपलब्ध है. इंस्टॉल करने के बाद एप को खोलें और अपनी पसंदीदा भाषा को चुन सकते हैं.
इनके लिए जरूरी है डाउनलोड करना
इसके अलावा, यह भी बताया गया है कि आयुष मंत्रालय ने स्व-देखभाल को ध्यान में रखते हुए रोग-प्रतिरक्षा को बढ़ाने के उपायों के लिए एक प्रोटोकॉल विकसित किया है जो छात्रों, संकाय सदस्यों, शिक्षकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह एप लांच किया है. 'आरोग्य सेतु' नाम का यह एप प्रत्येक भारतीय के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए डिजिटल इंडिया से जुड़ा है. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह अत्याधुनिक ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी, तकनीक, गणित के सवालों को हल करने के नियमों की प्रणाली अलगोरिथ्म और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हुए, दूसरों के साथ उनकी बातचीत के आधार पर इसकी गणना करेगा।"