रायपुर: प्रदेश की राजधानी रायुपर और दुर्ग जिले के मुक्तिधामों से आने वाली तस्वीरें देखकर कलेजा बैठने लगा है. हर रोज कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की संख्या बढ़ रही है. रायपुर में शवों को मुक्तिधाम तक ले जाने के लिए शव वाहन कम पड़ने लगे हैं. स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि लाशों को श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए नगर निगम ने ट्रकों को शव वाहन बना दिया है. इसी ट्रक से मेकाहारा अस्पताल से लाशें मुक्तिधाम लाई जा रही हैं.
नगर निगम ने फिलहाल 2 ट्रकों को शव वाहन बनाया है. बुधवार को राजधानी के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल से 10 शवों को ट्रक में लेकर नवा रायपुर ले जाया गया. नवा गांव स्तिथ मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार किया गया.
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अंतिम संस्कार के लिए भी इंतजार
लगातार हो रही मौतों की वजह से मेकाहारा का मुर्दाघर फुल हो गया है. मुक्तिधामों में भी शव अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहे हैं, नंबर लग रहा है. जहां शाम के बाद चिता नहीं जलती थी, पूरी रात अंतिम संस्कार किया जा रहा है. यही हाल दुर्ग जिले के मुक्तिधामों का भी है.
रायपुर में हुई सबसे ज्यादा मौतें
प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण से 5,307 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक मौत रायपुर जिले में हुई है. अब तक रायपुर जिले में 1,366 लोगों की जान कोविड-19 महामारी ने ली है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को राजधानी में 33 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ दिया.
रायपुर में पिछले 5 दिनों का मौतों का आंकड़ा
जिला | तारीख | मौतें |
रायपुर | 14 अप्रैल | 33 |
रायपुर | 13 अप्रैल | 53 |
रायपुर | 12 अप्रैल | 51 |
रायपुर | 11 अप्रैल | 37 |
रायपुर | 10 अप्रैल | 42 |
दुर्ग में पिछले 5 दिनों का मौतों का आंकड़ा
जिला | तारीख | मौतें |
दुर्ग | 14 अप्रैल | 11 |
दुर्ग | 13 अप्रैल | 12 |
दुर्ग | 12 अप्रैल | 11 |
दुर्ग | 11 अप्रैल | 9 |
दुर्ग | 10 अप्रैल | 23 |