रायपुर: बिरगांव नगर निगम के बुधवारी बाजार में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने रविवार को बिरगांव नगर पालिका का स्थापना दिवस मनाया. कार्यक्रम में रेणु जोगी, जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी, विधायक धरमजीत सिंह मौजूद रहे. इसके साथ ही बुधवारी बाजार में छत्तीसगढ़ महतारी और अजीत जोगी की मूर्ति भी लगाई जानी थी. जिसकी अनुमति शासन ने नहीं दी. कार्यक्रम के अंत में जब अमित जोगी सहित जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता मूर्ति लेने गए तो पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया. जिसके बाद जनता कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई. पुलिस ने अमित जोगी सहित सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जिन्हें तुरंत रिहा भी कर दिया गया.
रेणु जोगी ने कहा कि अजीत जोगी जैसे ही मुख्यमंत्री बने, तो सबसे पहले उन्होंने धान खरीदी शुरू की. जो सुचारू रूप से चली. अजीत जोगी ने लोगों की धान की टोकरी को चावल से भरा. वे हमेशा ये सोचते रहे कि छत्तीसगढ़ कैसे आगे बढ़े.
जोगी जी के नाम से डरती है सरकार: अमित
अमित जोगी ने कहा कि बिरगांव क्षेत्र में लोगों को डराने के लिए पहली बार पुलिस भेजी गई है. अमित जोगी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. अमित ने कहा कि जोगी जी से ज्यादा जोगी जी के नाम से सरकार को डर लगता है. यह मूर्ति लग जाएगी तो सरकार का क्या बिगड़ जाएगा. यह तो हमारे लिए गर्व का विषय होना चाहिए कि पहली बार छत्तीसगढ़ की धरती पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लग रही है.
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शासन को दिया 1 महीने का समय
अमित जोगी ने कहा कि हमने शासन को 1 महीने का समय दिया है. प्रशासन ने कहा है कि मूर्ति लगाने का फैसला राज्य स्तरीय समिति को लेना है. अब फैसला राज्य सरकार को लेना है कि क्या वह चाहती है कि छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगे.
किसी के परमिशन की जरुरत नहीं: अमित
अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती में छत्तीसगढ़ महतारी के मूर्ति लगाने के लिए किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है. आज ये बिरगांव में हुआ. मैं आप सबको बताना चाहता हूं इस साल के अंत तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में अजीत जोगी और छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति की स्थापना करेंगे.