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'बीजेपी सरकार के वक्त अपनाया जाता था दोहरा मापदंड' - पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश

कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों को मिलने वाले वेतन में भारी कटौती की गई थी, वहीं पूर्व सीएम और उच्च अधिकारियों के सगे-संबंधियों के वेतन में कई गुना इजाफा किया गया है.

कांग्रेस का भाजपा पर आरोप निगम मंडल अध्यक्षों के वेतन में अधिकारियों ने की सेंधमारी.
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Published : Jul 25, 2019, 11:03 PM IST

रायपुर: कांग्रेस ने पिछली भाजपा सरकार पर उनके ही कार्यकर्ताओं के खिलाफ दोहरा मापदंड रखने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों को मिलने वाले वेतन में भारी कटौती की गई थी, वहीं पूर्व सीएम और उच्च अधिकारियों के सगे-संबंधियों के वेतन में कई गुना इजाफा किया गया था.

कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों को मिलने वाले वेतन में भारी कटौती की गई थी, वहीं पूर्व सीएम और उच्च अधिकारियों के सगे-संबंधियों के वेतन में कई गुना इजाफा किया गया है.


एमपी में 25 हजार रूपए मानदेय: विकास तिवारी
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी ने पिछली भाजपा सरकार के अधिकारियों को घेरते हुए कहा कि, 'उनकी ओर से निगम मंडल अध्यक्ष को मिलने वाले 25 हजार रूपए मानदेय को घटाकर 10 हजार रूपए कर दिया गया था, जबकि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में आज भी निगम मंडल अध्यक्षों को 25 हजार रूपए मानदेय का भुगतान किया जाता है.'


सरकार ले सकती है फैसला: संजय श्रीवास्तव
मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि 'यह सरकार को देखना चाहिए कि किसी के साथ अन्याय न हो. किसे कितना वेतन दिया जाना है, या नहीं दिया जाना है. यह काम सरकार का होता है और वर्तमान में कांग्रेस सरकार है, वह इस पर निर्णय ले सकती है.'


सरकार के कदम का इंतजार
अब देखने वाली बात ये है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों के वेतन में की गई कटौती को क्या वर्तमान की कांग्रेस सरकार वापस लेती है या फिर आगामी दिनों में इन पदों पर होने वाली नियुक्ति के लिए उसी वेतनमान के हिसाब से भुगतान किया जाता है.

रायपुर: कांग्रेस ने पिछली भाजपा सरकार पर उनके ही कार्यकर्ताओं के खिलाफ दोहरा मापदंड रखने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों को मिलने वाले वेतन में भारी कटौती की गई थी, वहीं पूर्व सीएम और उच्च अधिकारियों के सगे-संबंधियों के वेतन में कई गुना इजाफा किया गया था.

कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों को मिलने वाले वेतन में भारी कटौती की गई थी, वहीं पूर्व सीएम और उच्च अधिकारियों के सगे-संबंधियों के वेतन में कई गुना इजाफा किया गया है.


एमपी में 25 हजार रूपए मानदेय: विकास तिवारी
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी ने पिछली भाजपा सरकार के अधिकारियों को घेरते हुए कहा कि, 'उनकी ओर से निगम मंडल अध्यक्ष को मिलने वाले 25 हजार रूपए मानदेय को घटाकर 10 हजार रूपए कर दिया गया था, जबकि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में आज भी निगम मंडल अध्यक्षों को 25 हजार रूपए मानदेय का भुगतान किया जाता है.'


सरकार ले सकती है फैसला: संजय श्रीवास्तव
मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि 'यह सरकार को देखना चाहिए कि किसी के साथ अन्याय न हो. किसे कितना वेतन दिया जाना है, या नहीं दिया जाना है. यह काम सरकार का होता है और वर्तमान में कांग्रेस सरकार है, वह इस पर निर्णय ले सकती है.'


सरकार के कदम का इंतजार
अब देखने वाली बात ये है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों के वेतन में की गई कटौती को क्या वर्तमान की कांग्रेस सरकार वापस लेती है या फिर आगामी दिनों में इन पदों पर होने वाली नियुक्ति के लिए उसी वेतनमान के हिसाब से भुगतान किया जाता है.

Intro:रायपुर . कांग्रेस ने पूर्व की भाजपा सरकार पर उनके ही कार्यकर्ताओं के खिलाफ दोहरा मापदंड रखने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों को मिलने वाले वेतन में भारी कटौती की गई थी कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में अधिकारियों द्वारा जहां एक ओर सरकार को गुमराह करते हुए आयोग मंडल के अध्यक्षों के वेतन में भारी कटौती की गई वही सीएम और उच्च अधिकारियों के सगे संबंधियों के वेतन में कई गुना इजाफा किया गया





Body:कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी पूर्व की भाजपा सरकार के अधिकारियों को घेरते हुए कहा है कि उनके द्वारा निगम मंडल अध्यक्ष को मिलने वाले 25000 मानदेव को घटाकर ₹10000 कर दिया गया जबकि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में आज भी निगम मंडल अध्यक्षों को ₹25000 मानदेय का भुगतान किया जाता है

विकास का आरोप है कि इसके लिए अधिकारियों ने सरकार को गुमराह किया है विकास का यह भी आरोप है कि जहां एक ओर निगम मंडल अध्यक्षों के मानदेय में कटौती की गई वहीं अधिकारियों ने अपने सगे संबंधियों के वेतन में भारी बढ़ोतरी की है
बाइट विकास तिवारी प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस

जब इस मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह सरकार को देखना चाहिए कि किसी के साथ अन्याय न हो इसे कितना वेतन दिया जाना है या नहीं दिया जाना है यह काम सरकार का होता है और वर्तमान में कांग्रेसी सरकार है तो वह इस पर निर्णय ले सकती है

बाइट संजय श्रीवास्तव प्रदेश प्रवक्ता भाजपा




Conclusion:अब देखने वाली बात है कि भाजपा शासनकाल में निगम मंडल अध्यक्षों के वेतन में की गई कटौती को क्या वर्तमान की कांग्रेस सरकार वापस लेती है या फिर आगामी दिनों में इन पदों पर होने वाली नियुक्ति के लिए उसी वेतनमान के हिसाब से भुगतान किया जाता है जिसका पता आने वाले समय में ही चल सकेगा
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