रायपुर: सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा (Collector Ranbir Sharma) की बदतमीजी के वायरल वीडियो पर सीएम भूपेश बघेल ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस तरह का कोई भी काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सीएम के इस कार्रवाई पर कांग्रस ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार में मारपीट मामले में भी आरोपी पर तुरंत कार्रवाई होती है. वहीं रमन राज में थानों में हत्या होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती थी. यही भाजपा और कांग्रेस की विचारधारा में बुनियादी फर्क है.
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15 साल का बुनियादी फर्क साफ दिख रहा
शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस के राज के ढाई साल और भाजपा के राज के पन्द्रह साल का बुनियादी फर्क साफ दिखने लगा है. सूरजपुर कलेक्टर को हटा कर मुख्यमंत्री ने बता दिया छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक अराजकता और प्रशासनिक आतंक का वह युग बीत चुका है. इसका उल्लेख खुद तत्कालीन भाजपा नेता स्व दिलीप सिंह जूदेव और पूर्व सांसद रमेश बैस अनेक बार कर चुके हैं. रमन राज में जनता से व्यवहार का आलम यह था कि थाने में लोगो की हत्याएं हो जाती थी.
मूलमुला घटना को कराया याद
शुक्ला ने कहा कि रमन राज के 15 साल के कुशासन में प्रशासनिक आतंकवाद चरम पर था. मूलमुला की घटना छत्तीसगढ़ के लोग आज तक भूले नहीं हैं. किस प्रकार से सतीश नोरगे नामक युवक को थाने में पीट-पीटकर मार दिया गया था. मुंगेली के धन्नू बांधे, कवर्धा में थाने पीट-पीटकर मारने के बाद बताया गया था कि करंट लगने से मौत हुई है. बलौदा बाजार के सुहेला के राम कुमार ध्रुव की पुलिस प्रताड़ना की मौत भी कोई नहीं भूला है.