रायपुर: इस समय मणिपुर में हिंसा और वहां महिलाओं से हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. मणिपुर की परिस्थियों को लेकर पार्टियां एक दूसरे को कसूरवार ठहरा रही है. इन सब के बीच एक अजीब बयान छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का आया है. वो कहते हैं कि देश का पीएम अमित शाह को बना देना चाहिए. ऐसा वो क्यों बोले ? इसके पीछे भी राजनीति है. हांलाकि इस पर छत्तीसगढ़ बीजेपी का बयान सामने नहीं आया है.
क्या कारण है बयान का ?: दरअसल सिंहदेव रायपुर में मणिपुर के हालातों पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. पीएम मोदी के मणिपुर की घटना पर जिम्मेदारी नहीं लेने पर नाराजगी जताते हुए, वो बोले, "कांग्रेस समेत विपक्ष इस मुद्दे पर गृह मंत्री के बजाय प्रधानमंत्री से जवाब चाहता है. मणिपुर में कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. महिलाओं के साथ क्रूर और अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. अगर एफआईआर होने के 77 दिन बाद कार्रवाई शुरू की जाती है, तो जवाबदेह कौन है ? पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों को इसके बारे में पता होगा. देश प्रधानमंत्री से जवाब चाहता है और हर कोई मणिपुर की वास्तविक स्थिति जानना चाहता है.'' सिंहदेव की नाराजगी यहीं नहीं रूकी.
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#WATCH | After Home Minister Amit Shah writes to the Opposition for cooperation in the discussion of the Manipur issue, Chhattisgarh Deputy Chief Minister TS Singh Deo says, "Several people are losing their lives. Women are being subjected to cruel and inhuman treatment...If… pic.twitter.com/5zh75t9xFj
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 26, 2023#WATCH | After Home Minister Amit Shah writes to the Opposition for cooperation in the discussion of the Manipur issue, Chhattisgarh Deputy Chief Minister TS Singh Deo says, "Several people are losing their lives. Women are being subjected to cruel and inhuman treatment...If… pic.twitter.com/5zh75t9xFj
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 26, 2023
अगर प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर घटना की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं, तो अमित शाह को प्रधानमंत्री बना दें. फिर अमित शाह देश को जवाब दे सकते हैं. यह असंभव है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को मणिपुर की स्थिति के बारे में जानकारी न हो. मणिपुर में हुई जघन्य घटना पर कार्रवाई में देरी के लिए कौन जिम्मेदार होगा ? - टीएस सिंहदेव, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
सिंह देव के इस बयान ने बीजेपी क्या कहा? कांग्रेस के नेताओं को भी चौंका दिया है. अपनी बात आगे बढाते हुए सिंह देव ने कहा कि मणिपुर की घटना बेहद संवेदनशील है. अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं को पत्र लिखा है. मणिपुर घटना पर संसद में चर्चा के लिए सहयोग मांगा है. कांग्रेस इस मुद्दे पर सहयोग कर रही है. मणिपुर अत्यधिक संवेदनशील भौगोलिक क्षेत्र में से एक है, जहां तनाव की स्थिति बनी हुई है.
टीएस सिंहदेव को भाजपा की नसीहत, अपने फेल्योर पर करें बात: डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा मीडिया प्रमुख अमित चिमनानी ने साफ किया कि मणिपुर के हालात ठीक हों, इसके लिए सभी को मिलजुल कर प्रयास करना चाहिए, चर्चा करनी चाहिए क्योंकि वहां लोगों की जान जा रही है. कुछ तो ऐसे विषय हों, जिसको राजनीतिक विषय न बनाया जाए. अगर आप मणिपुर को राजनीतिक विषय बना रहे हैं तो आपके आंखों की शर्म क्यों मर रही है कि छ्त्तीसगढ़ में एक 5 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप, 3 साल की बच्ची के साथ रेप हो रहा है. महिलाओं की अधजली लाशें छत्तीसगढ़ में मिल रही हैं. यहां ऐसी कई विभत्स घटनाएं हैं जो महिलाओं के साथ अनुसूचित जनजातियों की बच्चियों के साथ हुई हैं.
आप तो स्वास्थ्य मंत्री हैं. 39 हजार नवजात शिशुओं की मौत छत्तीसगढ़ में साढ़े चार साल के दौरान हुई है. क्यों हुई है. क्या छ्त्तीसगढ़ के इश्यूज पर बात करने की जिम्मेदारी आप पर नहीं है. क्या जनता ने आपको जनमत राष्ट्रीय मुद्दों पर राजनीति करने के लिए दिया है. तो ये आपको मुबारक हो. ऐसा करके आप छ्त्तीसगढ़ की जनता के मन में कोई बहुत अच्छी छवि नहीं बना रहे. आप अपने फेल्योर पर बात करिए और दम दिखाइए बात करने का. -अमित चिमनानी, मीडिया प्रमुख, भाजपा
पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा पर बयान दिया था. उन्होंने अपने बयान में छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लिया था. संसद में चर्चा के दौरान मंत्री पीयूष गोयल ने फिर छत्तीसगढ़ का नाम लिया. इसके बाद से ही छत्तीसगढ़ के नेता मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं. सीएम भूपेश बघेल भी मणिपुर हिंसा पर केन्द्र सरकार को घेर चुके हैं. वहीं भाजपा नेता स्थानीय मुद्दों के साथ भूपेश बघेल सरकार पर पलटवार करने में जुटे हैं.