रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव साल के अंत में होने वाला है. मंगलवार को विधानसभा वार कांग्रेस ने महिला प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है. माना जा रहा है कि महिला वोट बैंक को साधने में इन महिला प्रभारियों की आगामी विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका होगी. विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की जीत में महिलाओं की अहम भूमिका रही. यही वजह है कि कांग्रेस ने अभी से महिला वोटों को साधने की कवायद शुरू कर दी है.
महिला प्रधान सीटों पर कांग्रेस की नजर: छत्तीसगढ़ में महिला और पुरुष वोटर की संख्या में ज्यादा अंतर नहीं है. इसी कारण महिलाओं को साधने की रणनीति पर कांग्रेस काम कर रही है. छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा की सीटों में 22 ऐसी सीट है, जहां महिला वोटरों की संख्या ज्यादा है. इनमें पत्थलगांव, धरमजयगढ़, खल्लारी, मरवाही, कवर्धा, महासमुंद, बिंद्रावांगढ़, सिहावा, खुज्जी, मोहला-मानपुर, कांकेर, भानुप्रतापपुर, केशकाल, नारायणपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, बस्तर, कोंटा, बीजापुर, कोंडागांव और डौंडी लोहरा शामिल हैं. इन 22 सीटों में से 19 सीटें वर्तमान में कांग्रेस के पास है.
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महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या: 2020 के अनुमानित जनसंख्या के अनुसार, छत्तीसगढ़ में 3 करोड़ 21 लाख 99 हजार 722 लोग हैं. जिसमें महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या करीब 1 करोड़ 60 लाख 27 हजार 84 बताई गई है. छत्तीसगढ़ की महिलाएं चुनावों में पुरुषों के साथ ही बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं. यही वजह है कि 2023 विधानसभा चुनाव में सभी पार्टी अब महिला वोटबैंक को साधने में जुटी है.