रायपुर: मेयर पद के लिए कांग्रेस से कई दावेदारों के नाम सामने आए थे, पार्टी ने इनमें से एजाज ढेबर के नाम पर मुहर लगाई. ढेबर ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया. पदभार ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में तमाम पक्ष और विपक्ष के पार्षद शामिल हुए. इस दौरान कांग्रेस के वे पार्षद जो महापौर की दौड़ में शामिल थे मुख्यमंत्री से नराज नजर आए.
क्यों है नाराजगी ?
कांग्रेस के कई पार्षद जो मेयर की दौड़ में शामिल थे. एजाज ढेबर के नाम पर मुहर लगने के बाद से पार्टी से नाराज चल रहे हैं. पदभार ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत सभी पार्षदों ने किया था. लेकिन महापौर की दावेदारी रखने वाले पार्षद नाम एलान के बाद भी मुख्यमंत्री का स्वागत करने मंच तक नहीं पहुंचे. यह पूरा वाकया ETV भारत के कैमरे में रिकार्ड है.
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पार्टी भूल रही परंपरा
पदभार ग्रहण का कार्यक्रम नगर निगम ने आयोजित किया था. वहीं तीन से चार बार के पार्षदों को जो कि पूर्व में एमआईसी मेंबर भी रह चुके हैं. ऐसे लोगों को मंच में जगह तक नहीं दी गई. ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व में रायपुर नगर निगम के तमाम आयोजनों में यह वरिष्ठ पार्षद हमेशा सम्मान के पात्र रहे हैं लेकिन नगर निगम के पदभार ग्रहण समारोह में उन्हें जगह ना मिलना नाराजगी का कारण बन रहा है.
कांग्रेस में गुटबाजी को पार्टी के कमजोर होने का बड़ा कारण माना जाता रहा है. अब देखना यह होगा कि पार्टी से नराज कांग्रेस पार्षदों को एजाज ढेबर और पार्टी हाईकमान कैसे मनाती है.