रायपुर: एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने इस बार उद्योगों को लेकर पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आज मुझे बड़ी प्रसन्नता है कि मुझे इन्वेस्टर मीट नहीं करना पड़ा, ग्लोबल इन्वेस्टर मीट नहीं करना पड़ा. किसी बड़े शहर में जाकर रोड शो नहीं करना पड़ा. सीएम ने कहा कि उन्हें दूसरों लोगों की जगह अपने लोगों पर ज्यादा विश्वास था, इसलिए आज 130 से ज्यादा एमओयू हुए, 40 हजार करोड़ का एमओयू हुआ है. यह बातें उन्होंने रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित सीआईआई के कार्यक्रम के दौरान कहा.
'उद्योगों के लिए अधिग्रहण लोगों की सहमति से होना चाहिए'
बघेल ने कहा कि उद्योगों के लिए अधिग्रहण लोगों की सहमति से होना है. डंडे की जोर पर भूमि अधिग्रहण नहीं किया जाएगा. इस दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब टाटा के लिए 5 हजार एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई थी, उस दौरान 1 हफ्ते तक विधानसभा नहीं चला था और आज हमने 6 हजार गांव में गौठान के लिए लगभग 60 हजार एकड़ जमीन अधिग्रहित कर ली है लेकिन इस बीच कहीं भी कोई विवाद देखने को नहीं मिला.
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'MOU होने के बाद भी नहीं हो सका काम'
पूर्व की भाजपा सरकार ने प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर इन्वेस्टर मीट बुलाई थी, जिसके लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए. इस दौरान काफी संख्या में एमओयू हुए लेकिन बाद में एमओयू पर काम नहीं हो सका. जिस वजह से विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने तत्कालीन भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला था.