रायपुर: वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास परिसर में हर्रा और चिरौंजी का पौधा लगाया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पौधे रोपकर पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के प्रति अपने संकल्प को दोहराया.
इस योजना के तहत जो किसान अपने खाली पड़े खेतों में पेड़,पौधे लगाएंगे. वृक्षारोपण करेंगे उन्हें इस योजना के जरिए प्रति एकड़ 10 हजार रुपये सलाना का भुगतान किया जाएगा. योजना की शुरूआत करते हुए खुद मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना को छत्तीसगढ़ की राजीव गांधी किसान न्याय योजना के साथ भी जोड़ा गया है. जो इस योजना की सबसे बड़ी बात है. इस योजना के तहत जिन किसानों ने साल 2020-21 के दौरान खरीफ वर्ष में धान की फसल लगाई है. अगर वह धान की फसल के बदले अपने खेतों में वृक्षारोपण का फैसला करते हैं तो उन्हें भुगतान दिया जाएगा. आगामी तीन वर्षों तक उन किसानों को 10 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
सीएम ने दिया वृक्षों की देखरेख करने का संदेश
सीएम बघेल ने वृक्ष लगाने के बाद प्रदेशवासियों को अपने पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए वृक्ष लगाने और उसकी देख रेख करने का संदेश दिया. मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष अपने निवास परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बोहार का पौधा लगाया था, जो अब 5 फीट ऊंचा हो गया है. बघेल ने पौधे के पास जाकर उसकी वृद्धि देखकर संतोष प्रकट किया.इस दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी के साथ वनमंडलाधिकारी रायपुर विश्वेश कुमार झा भी उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री निवास में आज वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना को लेकर कार्यक्रम रखा गया था.
मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना: पेड़ लगाओ, रुपये पाओ
क्या है मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना?
छत्तीसगढ़ में पहले से ही चारों तरफ हरियाली है. उसके बावजूद सरकार इस हरियाली को और बढ़ाने और हरियर प्रदेश की संकल्पना को साकार करने में जुटे हुए हैं. इसके लिए बघेल सरकार ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना (Chief Minister Tree Plantation Incentive Scheme) 1 जून से शुरू किया है. इस योजना के तहत यदि किसान धान फसल के बदले अपने खेतों में वृक्षारोपण करते हैं, तो उन्हें अगले 3 वर्षों तक 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
वर्चुअल संवाद में बस्तर, बिलासपुर, बलरामपुर, कांकेर, महासमुंद और कवर्धा वनमंडल के जनप्रतिनिधि, वन प्रबंधन समिति के सदस्य और किसान शामिल हुए. मुख्यमंत्री बघेल ने इस दौरान 'बटरफ्लाई ट्रेजर ऑफ छत्तीसगढ़' नामक पुस्तक का विमोचन भी किया.
वनमंत्री मोहम्मद अकबर भी रहे मौजूद
कार्यक्रम के दौरान वनमंत्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.