रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 25 मई 2013 को हुए झीरम घाटी नक्सली हमले में शहीद हुए नेताओं समेत 32 लोगों को नमन करते हुए उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है. झीरम घाटी हमले में नक्सलियों ने कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार सहित कई बड़े नेताओं को मौत के घाट उतार दिया था.
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25 मई 2013 को हुए कथित नक्सल हमले में शहीद हुए हमारे नेताओं, कार्यकर्ताओं और जवानों को आज #झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर कोटि-कोटि नमन करता हूँ।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
अपने दिवंगत नेताओं के सपनों को लेकर हम सब आगे बढ़ रहे हैं।
हमें याद है कि अभी शहीदों को न्याय नहीं मिला है और यह कार्य अधूरा है। pic.twitter.com/YczBX1eAaK
">25 मई 2013 को हुए कथित नक्सल हमले में शहीद हुए हमारे नेताओं, कार्यकर्ताओं और जवानों को आज #झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर कोटि-कोटि नमन करता हूँ।
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अपने दिवंगत नेताओं के सपनों को लेकर हम सब आगे बढ़ रहे हैं।
हमें याद है कि अभी शहीदों को न्याय नहीं मिला है और यह कार्य अधूरा है। pic.twitter.com/YczBX1eAaK25 मई 2013 को हुए कथित नक्सल हमले में शहीद हुए हमारे नेताओं, कार्यकर्ताओं और जवानों को आज #झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर कोटि-कोटि नमन करता हूँ।
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अपने दिवंगत नेताओं के सपनों को लेकर हम सब आगे बढ़ रहे हैं।
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झीरम घाटी शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में सीएम बघेल ने कहा कि शहीदों और पिछले वर्षों में नक्सल हिंसा के शिकार हुए सभी लोगों की स्मृति में वर्ष 2020 से 25 मई को हर वर्ष 'झीरम श्रद्धांजलि दिवस' मनाया जाता है. प्रदेश के सभी शासकीय एवं अर्धशासकीय कार्यालयों में नक्सल हिंसा में शहीदों की स्मृति में 25 मई को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी जाएगी और राज्य को एक बार फिर से शांति का टापू बनाने के लिए शपथ भी ली जाएगी.
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झीरम हमले में शहीद हुए वीर सपूतों को #झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर कोटि-कोटि नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि।
— Dr. Premsai Singh (@Drpremsaisingh) May 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
हमारे शहीदों के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए हम सब कांग्रेस कार्यकर्ता सदैव संकल्परत हैं। pic.twitter.com/c28KWyB1qp
">झीरम हमले में शहीद हुए वीर सपूतों को #झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर कोटि-कोटि नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि।
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हमारे शहीदों के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए हम सब कांग्रेस कार्यकर्ता सदैव संकल्परत हैं। pic.twitter.com/c28KWyB1qpझीरम हमले में शहीद हुए वीर सपूतों को #झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर कोटि-कोटि नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि।
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हमारे शहीदों के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए हम सब कांग्रेस कार्यकर्ता सदैव संकल्परत हैं। pic.twitter.com/c28KWyB1qp
पढ़ें- झीरम का जख्म : 8 साल बाद भी अनसुलझे हैं सवाल
कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के काफिले पर हुआ था हमला
25 मई 2013 को दिग्गज कांग्रेस नेता परिवर्तन यात्रा के काफिले को लेकर सुकमा से लौट रहे थे. नक्सली घात लगाकर बैठे थे. जैसे ही कांग्रेस का काफिला दरभा के झीरम घाटी में पहुंचा, उसी दौरान नक्सलियों ने नरसंहार को अंजाम दिया था. नक्सलियों ने काफिले को घेर कर नेताओं, जवानों समेत कार्यकर्ताओं की हत्या की थी.
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#झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर नक्सल हमले में शहीद हुए हमारे आदरणीय नेताओं,कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं सुरक्षाकर्मियों को शत-शत नमन।
— Dr. Shiv Kumar Dahariya (@drshivdahariya) May 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आज के दिन को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूल सकता एक जघन्य नरसंहार ने शीर्ष नेताओं सहित अनेकों की जान ले ले थी। pic.twitter.com/RzRWyH5BMx
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— Dr. Shiv Kumar Dahariya (@drshivdahariya) May 25, 2021
आज के दिन को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूल सकता एक जघन्य नरसंहार ने शीर्ष नेताओं सहित अनेकों की जान ले ले थी। pic.twitter.com/RzRWyH5BMx#झीरम_श्रद्धांजलि_दिवस पर नक्सल हमले में शहीद हुए हमारे आदरणीय नेताओं,कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं सुरक्षाकर्मियों को शत-शत नमन।
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आज के दिन को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूल सकता एक जघन्य नरसंहार ने शीर्ष नेताओं सहित अनेकों की जान ले ले थी। pic.twitter.com/RzRWyH5BMx