रायपुर: छत्तीसगढ़ में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने असम के टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स और होटल उद्यमियों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित किया है. बुधवार को असम की राजधानी गुवाहाटी में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की बैठक में निवेशकों को आमंत्रित किया गया है.
मुख्यमंत्री बघेल ने असम टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों की विशेषताओं और इनके प्रचार-प्रसार के लिए राज्य सरकार के काम के बारे में जानकारी दी है.
निवेश के लिए किया जा रहा है प्रोत्साहित
छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई पर्यटन नीति में टूर ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंसियों, उद्यमियों और होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए अनेक आकर्षक प्रावधान बारे में बताया है. स्थानीय व्यवसायियों के साथ-साथ अन्य राज्यों के व्यवसायियों को भी यहां निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.
सार्वजनिक भागीदारी की रणनीति अपनाई गई
नई नीति में निजी, सामुदायिक और सार्वजनिक भागीदारी की रणनीति अपनाई गई है. पर्यटकों की सभी जरूरी सुविधाओं के लिए नई अधोसंरचनाएं विकसित की जा रही है. राज्य में ट्राइबल टूरिज्म सर्किट का निर्माण, होम स्टे प्रणाली की स्थापना और गाइड ट्रेनिंग प्रोग्राम जैसे नवाचार भी किए जा रहे हैं.
17 जिलो में बन रहा राम वन गमन परिपथ
राम वन गमन पर्यटन परिपथ के विकास के तहत 1120 किलोमीटर लंबे पथ पर नये पर्यटक स्थलों का विकास किया जा रहा है. योजना के प्रथम चरण में भगवान राम के वनवास काल से जुड़े 9 स्थानों का चयन कर उन्हें पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है. परिपथ में राज्य के 17 जिलों को शामिल किया गया है. इस परिपथ के निर्माण से भविष्य में छत्तीसगढ़ आने वाले पर्यटकों को छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति और परंपरा के दर्शन के साथ पर्यटन सुविधाएं मिलेगी.