रायपुर: बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म अभिनेता दिलीप कुमार का बुधवार को मुम्बई के खार हिंदुजा अस्पताल में निधन हो गया. अभिनेता ने 98 साल की उम्र में अंतिम सांस ली है. दिलीप कुमार लंबे समय से बीमार चल रहे थे. दिलीप कुमार के निधन के समाचार से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में उनके फैंस के बीच शोक की लहर दौड़ गई है.
छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कलाकारों ने भी सोशल मीडिया पर दिलीप के निधन पर शोक जताया है. सोशल मीडिया पर #dilipkumar ट्रेंड करने लगा है. इतना ही नहीं बल्कि राजधानी के लोगों को उनके द्वारा निभाये गए कैरेक्टर को याद किया है. जानकर यह भी बताते हैं कि दिलीप साहब ने नदिया के पार फ़िल्म के दौरान छत्तीसगढ़ी में संवाद किया था.
नदिया के पार फिल्म के दौरान छत्तीसगढ़ी में संवाद
छत्तीसगढ़ सिने एन्ड टेलीविजन प्रोड्यूसर एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष जैन बताते हैं कि दिलीप कुमार का भले ही छत्तीसगढ़ आना नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने 1948 में बनी हिंदी फिल्म नदिया के पार में छत्तीसगढ़ी में संवाद किया था. जिससे छत्तीसगढ़ गौरांवित हुआ था. उन्होंने बताया कि नदिया के पार फिल्म में आज भी उनके छत्तीसगढ़ी में संवाद सुने जा सकते हैं.
उन्होंने बताया कि दिलीप साहब ट्रेटजी किंग के नाम से जाने जाते थे. उनके चले जाने से हिंदुस्तान के साथ ही पूरी दुनिया में शोक की लहर है. दिलीप साहब की जुगनू फ़िल्म पहली हिट फिल्म थी. हालांकि जोहर भाठा उनकी पहली फ़िल्म थी. दिलीप साहब ने लगातार 65 हिट फिल्मों में काम किया है. उनके जैसे कलाकार के जाने से पूरे छत्तीसगढ़ के कलाकारों पर शोक की लहर है. उन्होंने छत्तीसगढ़ी कलाकारों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की है.
फिल्म जगत के लिए अपूर्णीय क्षति
अभिनेता और निर्माता विश्वनाथ शर्मा कहते हैं कि दिलीप साहब का रुखसत होना फ़िल्म जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है. ये केवल शाब्दिक अपूर्णीय क्षति नहीं है ऐसे शख्श और अभिनेता सदी में एक बार ही जन्म लेता है. उन्होंने इतने समय में 65 फिल्में किए हैं. उन फिल्मों में शानदार अदाकारी का नजारा उसमें देखने को मिलता है. उनसे हम जैसे कलाकारों को सीखने का मौका मिलता है. दिलीप साहब अभिनेता के साथ-साथ सरल व्यक्तित्व के धनी थे. उनके बारे में जितना कहा जाए उतना कम है. क्योंकि अभिनय उनके रग-रग में बसा था. उनके डायलॉग डिलीवरी बड़ी शानदार रही. नए अभिनेताओं के लिए प्रेरणा दायक है.
दिलीप साहब फिल्मी दुनिया के प्रिसिंपल
दिलीप साहब के यूं तो देशभर में करोड़ो फैंस हैं. उन्ही में से कुछ फैंस से ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो उन्होंने नम आंखों से दिलीप साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि दिलीप साहब फिल्मी दुनिया के प्रिसिंपल रहे हैं. फैन श्रवण ठाकुर बताते हैं कि दिलीप साहब ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है. श्रवण बताते हैं दिलीप साहब की उनकी फिल्म गोपी से जानते हैं. उस समय छोटे बच्चे हुआ करते थे. उसके बाद क्रांति, कर्मा जैसे उनकी बहुत सी फिल्में देखी. उन्होंने बताया कि दिलीप साहब का गुजरना फ़िल्म इंडस्ट्री के साथ ही दर्शकों के लिए भी बड़ा नुकसान है.
रविवि के कर्मचारी यूनियन के महासचिव प्रदीप कुमार मिश्रा बताते हैं कि वह दिलीप कुमार के बहुत बड़े फैन हैं. उनकी बहुत सी फिल्में देखी हैं. ऐसे महान कलाकार का जाना पीड़ा दायक है. उन्होंने दिलीप साहब को पूरे रविवि परिवार की ओर से श्रंद्धाली अर्पित की है. इसके साथ ही प्रोफेसर डॉ वीके पटले बताते हैं कि बचपने में जब उनकी फिल्म देखने जाते थे तो लंबी कतारें रहती थी. टिकिट के लिए काफी मारा-मारी होती थी. ऐसे में हम लोग वीडियो कैसेट मंगाकर देखा करते थे. उस समय हम लोग ब्लैक एंड व्हाइट में देखा करते थे. उन्होंने बताया कि दिलीप साहब एक बड़े कलाकार थे. ऐसे कलाकार का जाना फिल्म जगत के लिए नुकसानदायक है.