रायपुर: छत्तीसगढ़ विद्यामितान शिक्षक कल्याण संघ का कहना है कि "कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में सरकार बनते ही विद्या मितानों को नियमित करने का वादा किया था. Chhattisgarh Vidyamitan Teachers Welfare Association लेकिन सरकार बनने के 4 साल बाद भी इनको नियमित नहीं किया गया है. protest for regularization जिसके विरोध में आज रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया."
"सरकार बनते ही 10 दिनों के भीतर नियमित का था वादा": संघ कोंडागांव की जिला अध्यक्ष भावना दुबे का कहना है कि "कांग्रेस ने सरकार बनते ही 10 दिनों के भीतर नियमित करने का वादा किया था. लेकिन सरकार को बने 4 साल बीत गए हैं. बावजूद इनको आज तक नियमित नहीं किया गया है. Chhattisgarh Vidyamitan Teachers Welfare Association सरकार आगामी भर्ती में विद्या मितान को 2 अंक देकर खुश करना चाहती है. लेकिन विद्या मितान 2 अंक लेने को तैयार नहीं हैं."कक्षा 9 वीं से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन विद्या मितान के द्वारा किया जाता है. जिसे वर्तमान में अतिथि शिक्षक के रूप में जाना जाता है. protest for regularization भाजपा शासनकाल में 2016 में इनकी नियुक्ति हुई थी और 2018 तक कंपनी के माध्यम से उन्हें मानदेय मिला करता था. Chhattisgarh Vidyamitan Teachers Welfare Association जिसके बाद साल 2018 से कांग्रेस सरकार बनने के बाद अतिथि शिक्षक के रूप में इन्हें मानदेय के रूप में 18 हजार रुपए महीने का मिलता है."
"अतिथि शिक्षक को नियमित किया जाए": संघ के प्रांतीय संयोजक धर्मेंद्र दास वैष्णव ने बताया कि "पूरे प्रदेश में अतिथि शिक्षक शिक्षाकर्मी वर्ग 1 की तरह साल 2016 से शिक्षा विभाग में काम कर रहे हैं. पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 2200 है. जिसमें से साल 2019 में 300 अतिथि शिक्षक को काम से निकाल दिया गया. Chhattisgarh Vidyamitan Teachers Welfare Association जिसका विरोध करने के लिए प्रदर्शन किया गया. जिन अतिथि शिक्षकों को काम से निकाला गया है. protest for regularization या वंचित कर दिया गया है. उनकी बहाली की जाए. सभी अतिथि शिक्षकों को नियमित किया जाए. आने वाली भर्ती प्रक्रिया में सरकार उन्हें 2 अंक देकर लॉलीपॉप देने की तैयारी कर रही है. जिसके लिए अतिथि शिक्षक तैयार नहीं है. सरकार हमसे वार्तालाप करने के साथ ही विचार विमर्श करते हुए अतिथि शिक्षक को नियमित किया जाए."