रायपुर: छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार वनांचलों में रहने वाले लोगों के विकास के लिए लगातार प्रयास में लगी है. इसी के अनुरूप वनवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए, प्रदेश में पहली बार 25 लघु वनोपजों की खरीदी करने के संबंध में फैसला लिया गया है. राज्य में साल 2018 तक सिर्फ 7 लघु वनोपजों की समर्थन पर खरीदी की व्यवस्था होती थी.
भूपेश सरकार ने वनवासियों के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले लघु वनोपजों की संख्या को बढ़ाकर पहले 23 किया, अब 25 कर दिया गया है. इससे वनांचल में रहने वाले लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा. वहीं उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और मजबूती मिलेगी.
23 लघु वनोपजों की हो रही थी खरीदी
इन लघु वनोपजों की खरीदी में अब गिलोय और भेलवा को भी शामिल किया गया है. इसके पहले खरीदी की जाने वाली 23 लघु वनोपजों में साल बीज, हर्रा, ईमली बीज, चिरौंजी गुठली, महुआ बीज, कुसुमी लाख, रंगीनी लाख, काल मेघ, बहेड़ा, नागरमोथा, कुल्लू गोंद, पुवाड़, बेल गुदा, शहद, फूल झाडू, महुआ फूल (सूखा), जामुन बीज (सूखा), कौंच बीज, धवई फूल (सूखा), करंज बीज, बायबडिंग और आंवला (बीज सहित) सहित फूल ईमली (बीज रहित) की खरीदी की जा रही थी.